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तीन राज्यों की पुलिस मिलकर पशु तस्करों पर कसेगी नकेल,  मास्टर प्लान तैयार

दुमका वर्षों से पशु तस्करी का सुगम मार्ग रहा है. अब पशु तस्करों के खिलाफ के झारखंड पुलिस सख्त कदम उठाने जा रही है. जिसके लिए झारखंड पुलिस ने बिहार और पश्चिम बंगाल पुलिस से सहयोग मांगा है.

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Published : Apr 12, 2019, 8:49 PM IST

तीन राज्यों की पुलिस मिलकर पशु तस्करों पर कसेगी नकेल

दुमका: वर्षों से पशु तस्करी का सुगम मार्ग रहा है दुमका. बिहार के बांका जिला से पशुओं को दुमका के रास्ते पश्चिम बंगाल के बीरभूम भेजा जाता है. फिर वहां से दूसरी जगह भेज दिया जाता है. अब पशु तस्करों के खिलाफ पुलिस सख्त कदम उठाने जा रही है. जिसमें झारखंड पुलिस ने बिहार और पश्चिम बंगाल पुलिस से सहयोग मांगा है.

तीन राज्यों की पुलिस मिलकर पशु तस्करों पर कसेगी नकेल

दुमका एसपी वाईएस रमेश ने बताया कि आठ दिन पहले ही चार पशु तस्कर हथियार के साथ पकड़े गए थे. जबकि पूछताछ के क्रम में कई खुलासे भी हुए. उन्होंने कहा कि इसकी डिटेल अध्ययन से पता चला कि बिहार के बांका, दुमका और पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिला के बीच पशु तस्करों का बड़ा रैकेट काम कर रहा है.

आगे उन्होंने कहा कि हमने इसे रोकने के लिए बांका और बीरभूम एसपी से बात की है. लगभग दो दर्जन से अधिक वैसे लोग हैं जो इस अवैध कारोबार में जुटे हैं. जल्द ही सख्त कार्रवाई की जाएगी.

बता दें कि दुमका में यह अवैध धंधा वर्षों से चला आ रहा है. दुमका के लोग भी चाहते हैं कि इस पर जल्दी अंकुश लगे. लोगों का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्र में तो काफी लोगों का रोजी रोटी पशुधन से ही मिलती है, लेकिन ये पशु तस्कर उन्हें अपनी जाल में उलझा कर उनसे उनका रोजगार छीन लेते हैं. इस दिशा में एसपी की स्पेशल प्लानिंग की सख्त जरूरत है.

दुमका: वर्षों से पशु तस्करी का सुगम मार्ग रहा है दुमका. बिहार के बांका जिला से पशुओं को दुमका के रास्ते पश्चिम बंगाल के बीरभूम भेजा जाता है. फिर वहां से दूसरी जगह भेज दिया जाता है. अब पशु तस्करों के खिलाफ पुलिस सख्त कदम उठाने जा रही है. जिसमें झारखंड पुलिस ने बिहार और पश्चिम बंगाल पुलिस से सहयोग मांगा है.

तीन राज्यों की पुलिस मिलकर पशु तस्करों पर कसेगी नकेल

दुमका एसपी वाईएस रमेश ने बताया कि आठ दिन पहले ही चार पशु तस्कर हथियार के साथ पकड़े गए थे. जबकि पूछताछ के क्रम में कई खुलासे भी हुए. उन्होंने कहा कि इसकी डिटेल अध्ययन से पता चला कि बिहार के बांका, दुमका और पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिला के बीच पशु तस्करों का बड़ा रैकेट काम कर रहा है.

आगे उन्होंने कहा कि हमने इसे रोकने के लिए बांका और बीरभूम एसपी से बात की है. लगभग दो दर्जन से अधिक वैसे लोग हैं जो इस अवैध कारोबार में जुटे हैं. जल्द ही सख्त कार्रवाई की जाएगी.

बता दें कि दुमका में यह अवैध धंधा वर्षों से चला आ रहा है. दुमका के लोग भी चाहते हैं कि इस पर जल्दी अंकुश लगे. लोगों का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्र में तो काफी लोगों का रोजी रोटी पशुधन से ही मिलती है, लेकिन ये पशु तस्कर उन्हें अपनी जाल में उलझा कर उनसे उनका रोजगार छीन लेते हैं. इस दिशा में एसपी की स्पेशल प्लानिंग की सख्त जरूरत है.

Intro:दुमका - दुमका वर्षों से पशु तस्करी का सुगम मार्ग रहा है । बिहार के बांका जिला से पशुओं को दुमका के रास्ते पश्चिम बंगाल के बीरभूम भेजा जाता है और फिर वहाँ से अन्यत्र भेज दिया जाता है । अब पशु तस्करों के खिलाफ पुलिस सख्त कदम उठाने जा रही है । इसमें झारखंड पुलिस ने बिहार और पश्चिम बंगाल पुलिस से सहयोग मांगा है । दुमका से मनोज की स्पेशल रिपोर्ट ।।


Body:दुमका एसपी वाई एस रमेश ने दी जानकारी ।
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दुमका एसपी वाई एस रमेश ने बताया कि आठ दिन पहले ही चार पशु तस्कर हथियार के साथ पकड़ाये थे । उनसे पूछताछ के क्रम में कई खुलासे हुए । एसपी ने कहा कि हमने इसकी डिटेल अध्ययन की । पता चला कि बिहार के बांका से लेकर दुमका और यहाँ से पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिला के बीच पशु तस्करों का बड़ा रैकेट काम कर रहा है । हमने इसे रोकने के लिए बांका और बीरभूम एसपी से बात की है । लगभग दो दर्जन से अधिक वैसे लोग चिन्हित हुए हैं जो इस अवैध कारोबार में जुटे हैं । जल्द ही सख्त कारवाई करने जा रहे हैं ।

बाईट - वाई एस रमेश , एसपी दुमका


Conclusion:स्थानीय लोग भी इस पर अंकुश लगाने की कर रहे हैं मांग ।
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दुमका में यह अवैध धंधा वर्षों से चला आ रहा है । दुमका के लोग भी चाहते हैं कि इस पर अंकुश लगे । वे कहते हैं काफी लोग इसमें मिले हुए हैं । साथ ही लोगों का कहना है ग्रामीण क्षेत्र में तो काफी लोगों का रोजी रोटी पशुधन से ही मिलती है लेकिन ये पशु तस्कर उन्हें अपना जाल में उलझा कर उनसे उनका रोजगार छीन लेते हैं । वैसे लोगों को जब हमने एसपी के प्लांनिग की जानकारी दी तो उन्होंने इसे सार्थक पहल बताया ।
बाईट - धर्मेन्द्र सिंह , सदस्य , जिला पशु क्रूरता निवारण समिति
बाईट - श्यामल किशोर , जिलाध्यक्ष , कांग्रेस , दुमका

फाईनल वीओ - कृषि और पशुपालन ग्रामीण अर्थव्यवस्था का आधार होता है और जिस तरह हजारों की संख्या में दुमका को कॉरिडोर बनाकर पशुओं को खपाया जा रहा है । वह चिंताजनक है और इस दिशा में एसपी की स्पेशल प्लानिंग की सख्त जरूरत है ।
मनोज केशरी
ईटीवी भारत
दुमका
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