दुमका: बस पड़ाव पर सोमवार को हुए हंगामे का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. बस ऑनर एसोसिएशन, संथाल परगना मोटर मजदूर यूनियन और झारखंड मोटर मजदूर संघ ने बसों का परिचालन पूरी तरह से ठप कर दिया है. संगठन के सदस्य नगर थाने में धरने पर बैठ गए हैं. उनकी तरफ से मांग की जा रही है कि पुलिस द्वारा पकड़े गए उनके साथी को तुरंत रिहा किया जाए और साथ ही बस पड़ाव में हंगामा करने वाले तीनों आदिवासियों को जल्द से गिरफ्तार किया जाए.
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सुरक्षा की कर रहे हैं मांग: बड़ी संख्या में लोग नगर थाने में धरना पर बैठकर अपनी सुरक्षा की मांग कर रहे हैं. उनका कहना है कि लोगों के द्वारा स्टैंड में हंगामा किया जाता है, कर्मियों को पीटा जाता है, दुकानों को बंद कर दिया जाता है. इसके बावजूद कोई भी ठोस कार्रवाई नहीं की जाती. पुलिस प्रशासन इसके लिए हमें सुरक्षा प्रदान करे.
जानें क्या था पूरा मामला: दरअसल यह पूरा मामला सोमवार की दोपहर को शुरू हुआ. जब एक यात्री और बसकर्मी के बीच बस में झड़प हो गई थी. जिसके बाद काफी संख्या में आदिवासी युवक यह कहते हुए एकत्रित हो गए कि हमारे समाज के युवक के साथ मारपीट की गई है, उसे तुरंत गिरफ्तार किया जाए. फिर उन्होंने अपनी मांग को लेकर बसों का परिचालन ठप कर दिया, दुकानें बंद करा दी और रोड को जाम कर दिया. इतना ही नहीं अगर किसी ने बाइक से रोड पार करने या वीडियो बनाने की कोशिश की तो उसके साथ भी मारपीट की गई. जिस दौरान माहौल इतना खराब हो गया कि मामले को शांत कराने आई पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच भी हाथापाई हो गई. जिसमें पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लिया था, लेकिन बाद में उन्हें छोड़ दिया गया. इस वजह से अब बस कर्मियों ने वाहनों का परिचालन ठप कर दिया है और नगर थाने में धरना पर बैठ गए हैं.