दुमकाः उपायुक्त रविशंकर शुक्ला ने कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय (Kasturba Gandhi Residential Girls School) की वार्डन स्टेनशीला सोरेन को हटा दिया है. उपायुक्त ने बताया कि वार्डन से कार्य में कोताही की है. इससे छात्रावास में रहने वाली छात्राओं को काफी परेशानी झेलनी पड़ी. छात्राओं की शिकायत पर तत्काल कार्रवाई करते हुए वार्डन को पद से हटा दिया गया है.
दरअसल, दुमका के शिकारीपाड़ा प्रखंड स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की छात्रायें सोमवार को पीने के पानी की समस्या को लेकर आक्रोशित हो गई और स्कूल परिसर में जमकर हंगामा की. छात्राओं का कहना था कि पानी की हमेशा किल्लत रहती है. पिछले तीन दिनों से हम छात्रायें एक-एक बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं. जलापूर्ति व्यवस्था बाधित होने की वजह से कोई काम नहीं कर रहे थे. उन्होंने कहा कि हम अपनी समस्या को लेकर छात्रावास की वार्डन स्टेनशीला सोरेन के पास जाते हैं तो वह भड़क जाती है. वार्डन कहती है पानी चाहिए तो अपने गार्जियन को बुलाकर स्कूल में बोरिंग लगवा लो.
छात्राओं की समस्या की जानकारी मिलने के बाद शिकारीपाड़ा प्रखंड के बीडीओ संतोष कुमार चौधरी विद्यालय पहुंचे. बीडीओ स्कूल पहुंचने के बाद छात्राओं की समस्या का जायजा लिया, जिसमें पाया कि पानी की गंभीर समस्या है. बीडीओ ने तीन टैंकर पानी मंगवा कर छात्राओं को उपलब्ध कराया. इसके साथ ही जले मोटर को बदलवा कर नया मोटर भी लगवाया. उन्होंने कहा कि जांच में पता चला कि वार्डन स्टेनशीला का रवैया सही नहीं है. वार्डन छात्राओं को समय पर भोजन भी नहीं देती है. बीडीओ ने जानकारी दी कि हमने छात्राओं की शिकायत पर विद्यालय के सहायक ओम प्रकाश के खिलाफ भी रिपोर्ट की है.
उपायुक्त रविशंकर शुक्ला ने बताया कि छात्राओं को पानी के पानी की समस्या तीन दिनों से है तो वार्डन को अपने वरीय अधिकारियों को सूचना देनी चाहिए थी. लेकिन वार्डन ने किसी वरीय पदाधिकारी को सूचना नहीं दी. उन्होंने कहा कि वार्डन स्टेनशीला सोरेन पर कार्रवाई करते हुए तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है. इसके साथ ही मामले की जांच का आदेश दिया है. जांच के बाद विभागीय कार्रवाई की जाएगी.