दुमका: जिले में मंगलवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा का 42वां स्थापना दिवस समारोह मनाया गया. इस कार्यक्रम की शुरुआत पार्टी सुप्रीमो शिबू सोरेन ने झामुमो का ध्वज फहरा कर किया. इस मौके पर राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, दुमका विधायक बसंत सोरेन, शिकारीपाड़ा विधायक नलिन सोरेन सहित झामुमो के कई नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे.
झारखंड मुक्ति मोर्चा के सुप्रीमो शिबू सोरेन दशकों तक आंदोलनकारी रहे हैं . यही वजह है कि उनके भाषण में अभी सिस्टम के विरुद्ध धमक सुनाई देती है. दुमका के गांधी मैदान में आयोजित झामुमो के 42वें स्थापना दिवस समारोह का उद्घाटन पार्टी सुप्रीमो शिबू सोरेन ने किया . इस दौरान अपने संबोधन में गुरुजी ने कहा कि हमारे राज्य में खनिज संपदा की भरमार है. ऐसे में विकास होना काफी आवश्यक है. अगर विकास नहीं होता है तो जनता हमें पीटेगी.
ये भी पढ़ें-4 मई से 21 मई तक होगी मैट्रिक-इंटर की परीक्षा, तैयारियां युद्धस्तर पर
अफसरों और नेताओं को होश में लाने की जरूरत
राज्यसभा सदस्य शिबू सोरेन ने कहा कि जनता के हित में अफसर और नेताओं को निचले स्तर से होश में लाने की जरूरत है, ताकि वह बेहतर कार्य करें. झामुमो स्थापना दिवस समारोह प्रतिवर्ष 2 फरवरी को दुमका गांधी मैदान में आयोजित होता है. कोरोना काल की वजह से इस बार इससे काफी संक्षिप्त रूप दिया गया, जो कार्यक्रम शाम से शुरू होकर देर रात तक चलता था, वह दोपहर में शुरू हुआ और शाम में समाप्त हो गया, जहां पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ जुटती थी, वहां काफी कम लोग कार्यक्रम में उपस्थित नजर आए .
मुख्यमंत्री ने की कई घोषणाएं
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड राज्य को अलग करने में कई आंदोलनकारियों ने अपनी जान गंवाई है. जब तक इस राज्य में हम झारखंडियों की सरकार है, कोई हमारा बाल बांका नहीं कर सकता. हम अपना हक लेकर रहेंगे, चाहे वह केंद्र दबाकर बैठा हो या फिर कोई व्यापारी.
इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने संथाली भाषा को भी संबोधित किया. उन्होंने कहा कि झारखंड के ऐसे आंदोलनकारी जो शहीद हुए हैं उसके आश्रितों को सीधे नौकरी देंगे, साथ ही उन्होंने कहा कि यह साल नियुक्ति का साल होगा. कुछ ही दिनों के बाद से ही वैकेंसी पर काम शुरू हो जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि हम महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए फूलो झानो समृद्धि योजना ला रहे हैं. खासतौर पर ऐसी महिलाएं जो शराब या हड़िया बेचती हैं, उन्हें रोजगार देकर इस धंधे से अलग किया जाएगा.