दुमकाः जिले के रामगढ़ प्रखंड मुख्यालय के पास स्थित गोदाम में पिछले 6 वर्षों से 200 क्विंटल चावल रखा हुआ है. लेकिन, अन्नपूर्णा लाभुकों के बीच वितरण नहीं किया गया. इससे गोदाम में रखा हुआ चावल खराब हो गया है. चावल खराब होने की जानकारी दुमका सांसद सुनील सोरेन को मिली तो डीसी राजेश्वरी बी से शिकायत करते हुए उन्होंने कहा है कि जांच कराए और दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई करें.
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क्या कहते हैं दुमका सांसद
दुमका सांसद सुनील सोरेन ने इस मामले को गंभीरता से लिया है. इस मामले में डीसी राजेश्वरी बी से कहा है कि उच्चस्तरीय जांच कराए और दोषी पदाधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करें. सांसद ने कहा है कि गरीब लोग अनाज के एक-एक दाने के लिए तरस रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ विभागीय पदाधिकारियों की लापरवाही से लाखों रुपये का अनाज खराब हो गया है.
जांच नहीं हुई, तो संसद में उठाएंगे सवाल
सांसद सुनील सोरेन ने कहा है कि जिला प्रशासन की ओर से जांच नहीं कराई जाती है, तो इस मामले को लोकसभा सत्र में उठाएंगे. उन्होंने कहा कि भूख से एक भी व्यक्ति नहीं मरे, इसको लेकर सरकार ने एक अप्रैल 2001 से अन्नपूर्णा योजना की शुरुआत की थी. इस योजना के तहत गरीब लोगों को अनाज उपलब्ध कराया जा रहा है. लेकिन, प्रखंड में वर्ष 2013-14 से 200 क्विंटल अनाज उपलब्ध है, जिसका वितरण नहीं किया जा सका है.
क्या कहते हैं गोदाम प्रभारी
वहीं, प्रखंड में अन्नपूर्णा योजना के गोदाम प्रभारी नरेश चंद्र दास ने बताया कि दर्जनों अन्नपूर्णा लाभुकों की मृत्यु हो चुकी है या फिर लाभुक मजदूरी करने बाहर चले गए हैं. विभागीय आदेश नहीं मिलने की वजह से चावल गोदाम में रखे-रखे खराब हो गया है.