दुमकाः जिले के जामा थाना क्षेत्र अंतर्गत बिराजपुर गांव में बुधवार की सुबह जमीन विवाद में गोली लगने से एक व्यक्ति घायल हो गया. घायल की पहचान गिरेन्द्र राउत के रूप में हुई है. मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.
दूसरी ओर घायल को घरवालों एवं ग्रामीणों ने दुमका सदर अस्पताल मेडिकल कॉलेज ले जाया गया जहां से उसे दुर्गापुर मिशन रेफर कर दिया गया, जबकि गोली मारने वाले युवक को घायल की पतोहू एवं बेटे ने साहस दिखाते हुए हथियार सहित धर दबोचा और गांव वालों के सहयोग से पेड़ से बांधकर पुलिस के हवाले कर दिया.
जामा थाना पुलिस ने गोली चलाने वाले युवक रतन मरीक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. जानकारी के अनुसार विराजपुर गांव का रतन मरीक बाइक से अपने साथी व परिजन के साथ गिरेन्द्र राउत के घर आया.
उसने गिरेंद्र रावत कहा कि उसके पास जमीन के कागजात हैं, इसलिए पर जमीन पर दावा छोड़ दो. इस दौरान गिरेन्द्र की पत्नी पत्नी मीना देवी, पुत्र अमित राउत एवं पतोहू आशा देवी आ गए और विरोध जताया. इसी बीच रतन ने गोली चला दी.
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि 4 गोली चलाई गईं है और आरोपी ने गिरेंद्र रावत के लड़के अमित रावत को मारने के लिए गोली चलाई, लेकिन बचाने के क्रम में गोली गिरेंद्र रावत के पेट में लग गई.
गिरेंद्र रावत बेहोश होकर घटनास्थल पर ही गिर पड़ा. इसके बाद पतोहू आशा कुमारी एवं पुत्र अमित कुमार ने रतन मरीक को धर दबोचा. इसी बीच आरोपी ने भागने का पूरा प्रयास किया, लेकिन आशा कुमारी के साहस के कारण भाग न सका और ग्रामीणों ने पकड़कर पेड़ से बांध दिया और जामा थाने को खबर कर दी.
गोली लगने के बाद रतन मरीक के साथ आए लोग भाग निकले. जामा थाना प्रभारी कृष्णा राम ने घटनास्थल पर पहुंचकर घटना की तहकीकात में जुट गए हैं.
बताया जाता है कि पूर्व में गिरेन्द्र राउत के घर के सामने जमीन को लेकर विवाद चल रहा था. गिरेंद्र आरोपी की उस जमीन पर कब्जा कर रखा है जहां वे गाय आदि बांधते आ रहे हैं लेकिन उसी जमीन पर 2 दिन पूर्व जमीन माफी के लिए ललित मरीक एवं रतन मरीक आए थे जो कड़बिन्दा के जमीन मालिक से जमीन खरीदने का दावा कर उस जमीन की दो दिन पहले नाप कराई थी.
उसी दिन से दोनों पक्षों के बीच तनाव चल रहा था. जमीन में दोनों पक्ष में से किसी का भी नहीं है. उक्त जमीन गुरु साह दुम कड़बिन्दा की है जिसे गिरेंद्र राउत और रतन मरीक खरीदने का दावा कर रहे हैं.
घायल गिरेन्द्र राउत की पत्नी मीना देवी ने बताया कि रतन मरीक अपने दोस्त एवं परिजन गोपाल मरीक, कुंदन मरीक, ललित मरीक विष्णु मरीक के साथ आया और गोली मारकर भागने लगा.
तभी उसके लड़के अमित राउत और पतोहू आशा कुमारी ने उसे पिस्टल के साथ दबोच लिया. इस बीच भागने के प्रयास में पतोहू को दांत से काटकर घायल कर दिया.
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वहीं रतन मरीक को अमित राउत व उसकी पत्नी आशा कुमारी ने धर दबोचा और पिटाई के बाद पास के पेड़ से बांध दिया और जामा थाना को सूचना दी गई.
सूचना मिलते ही एएसआई एके चौरसिया घटनास्थल पर पहुंचे और पेड़ से बांधे रतन मरीक को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जामा में प्राथमिक उपचार के बाद गिरफ्तार कर जामा थाना लाया गया. इधर जामा थाना प्रभारी कृष्णा राम ने बताया कि घटनास्थल पर जाकर पूरे मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है जल्द ही इससे जुड़े तथ्य उजागर किये जायेंगे.