धनबाद: अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति के बैनर तले 11 सूत्री मांगों को लेकर एक दिवसीय धरना दिया गया. यह प्रदर्शन केंद्र सरकार की महिला विरोधी और जनविरोधी नीतियों के खिलाफ था. इस दौरान महिलाओं ने जमकर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.
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महिलाओं को स्वलंबन बनाने की जरुरत
महिला समिति के राज्य सचिव ने कहा कि एक ओर केंद्र सरकार महिलाओं को स्वलंबन बनाने की बात करती है. वहीं दूसरी ओर लगातार महिलाओं पर शोषण और अत्याचार किया जा रहा है. आज जरूरत है महिलाओं को सम्मान देने की. महिला आरक्षण बिल राज्यसभा और लोकसभा में मोदी सरकार को जल्द पास करवाना चाहिए, ताकि महिलाओं को उनका सही हक मिल सके.
आसमान छू रही है महंगाई
वहीं, दूसरी ओर कृषि कानून को वापस लेने के लिए मांग की गई. राज्य सचिव ने कहा कि कृषि कानून किसानों के हित में नहीं है. यह देश के कुछ चुनिंदा पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए लाया गया है. आज महंगाई की मार से जनता त्रस्त है. पेट्रोल-डीजल को मूल्यों में लगातार वृद्धि हो रही है, जो आम जनता के लिए जीवन जीना काफी कठिन हो गया है. उन्होंने कहा कि महिला अगर घर चला सकती है, बच्चे पाल सकती है तो सरकार से अपने हक के लिए आंदोलन भी कर सकती है.