धनबाद: निजी स्कूलों में बीपीएल कोटे के तहत बच्चों के होने वाले एडमिशन के लिए आवेदनों की जांच पर एक बार फिर से ग्रहण लगता नजर आ रहा है. शिक्षा विभाग के द्वारा झारुडीह स्थित प्राथमिक विद्यालय में लगाए गए जांच कैंप में अभिभावकों ने जमकर हंगामा किया. अभिभावकों का हंगामा इस कदर बढ़ा कि अंत में पुलिस बुलानी पड़ गई. अभिभावकों का गुस्सा सातवें आसमान पर था. अभिभावक महासंघ ने शिक्षा विभाग पर कई आरोप भी लगाए.
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दरअसल, झाड़ूडीह के प्राथमिक विद्यालय में बीपीएल कोटे से होने वाले एडमिशन के लिए विशेष कैंप लगाया गया था. लेकिन अधिकारियों की धीमी गति को देख अभिभावकों ने जमकर हंगामा किया. स्थिति ऐसी आन पड़ी कि पुलिस बुलानी पड़ गई. अभिभावकों का कहना है कि अधिकारियों को 44 टेबल पर बैठाकर आवेदनों की जांच करनी चाहिए थी. मगर विभाग के द्वारा ऐसी कोई व्यवस्था नहीं की गई.
राज्य बाल संरक्षण के दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने का आरोप अभिभावकों ने लगाया है. अभिभावकों ने आरोप लगाया कि विभाग के अधिकारियों द्वारा दलाल को बुलाकर जानबूझकर हंगामा किया जा रहा है, ताकि मामला और लंबित हो जाए. वहीं अपने ऊपर दलाली का लगे आरोप पर उन्होंने बताया कि अभिभावकों के हित में पिछले कई वर्षों से काम कर रहे हैं.
शिकायत का नहीं हुआ निपटारा: वहीं भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष रीता प्रसाद ने बताया कि 551 आवेदनों के मामले में उन्होंने शिकायत की थी. जिसका अभी तक निपटारा नहीं किया गया है. अगर इन मामलों पर जांच नहीं की गई तो कोर्ट की शरण में जाएंगे. स्कूल में दलालों द्वारा जानबूझकर बुलाई गई भीड़ के द्वारा दबाव बनाने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन सच्चाई के लिए आगे भी लड़ाई लड़ते रहेंगे. वहीं जिला शिक्षा पदाधिकारी भूतनाथ रजवार ने मामले को लेकर 10 दिनों के अंदर निपटारा कर देने का दावा किया है.