धनबाद: बाघमारा बीसीसीएल के डूमरा गेस्ट हाउस में त्रिपक्षीय सुरक्षा समिति की बैठक का आयोजन 4 साल के बाद किया गया. इस बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में बीसीसीएल के एसडी चिद्दरवार ने हिस्सा लिया. इस बैठक के दौरान बीसीसीएल के श्रमिकों की सेफ्टी से जुड़ी बातों पर चर्चा हुई.
श्रमिकों की सुरक्षा पर हुई चर्चा
बीसीसीएल में प्रत्येक साल होने वाली त्रिपक्षीय कमिटी की बैठक 4 साल के बाद डूमरा गेस्ट हाउस में हुई. इतने लंबे अरसे के बाद होने वाली इस बैठक में क्षेत्रीय सुरक्षा समिति के सदस्यों ने बीसीसीएल प्रबंधन पर सुरक्षा व्यवस्था में लापरवाही बरतने का गंभीर आरोप लगाया है. बैठक के दौरान सुरक्षा समिति के लोगों ने कहा कि 4 साल के बाद सुरक्षा समिति की बैठक हुई है, इस तरह की लापरवाही से माइंस के अंदर जीरो दुर्घटना की बात करना मजदूरों के साथ बेईमानी होगी. श्रमिक समिति के सदस्यों ने इस बैठक में बीसीसीएल प्रबंधन पर माइंस कर्मियों की सुरक्षा में कोताही बरतने का आरोप लगाया है. कोयला उत्पादन में कर्मियों को समूचित सुरक्षा व्यवस्था, उपकरण नहीं देने जैसे कई गंभीर आरोप लगाया गया. समिति सदस्यों ने बैठक में कहा कि बीसीसीएल प्रबंधन डीजीएमएस के नियमों का भी ध्यान नहीं रखती, जिससे हमेशा दुर्घटना होते रहती है. इस दुर्घटना में कंपनी को करोड़ों रुपए का नुकसान होता है, जबकि जान-माल का को भी काफी नुकसान उठाना पड़ता है.
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BCCL प्रबंधन से समस्याओं के समाधान की मांग
बीसीसीएल के त्रिपक्षीय कमिटी की बैठक के दौरान इसके सदस्यों ने कहा कि सेफ्टी सुरक्षा को लेकर बैठक में सिर्फ चर्चा नहीं होनी चाहिए, इसे धरातल पर भी लाने का प्रयास होना चाहिए. बैठक में क्षेत्रीय अस्पताल की लचर व्यवस्था, उपकरण की कमी और फुलारीटांड़ अस्पताल में डॉक्टरों के नहीं रहने, उत्पादन में पुराने मशीनों के स्थान पर नए मशीनों को लगाने, डस्ट के कारण हो रही परेशानी जैसे मुद्दों पर भी चर्चा होनी चाहिए. बरोरा एरिया वन और ब्लॉक 2 के कर्मियों को गर्मियों में पानी की समस्या का सामाधान और जमुनिया डैम में कचड़े की सफाई करने को लेकर बीसीसीएल प्रबंधन से मांग किया गया.
बीसीसीएल में चल रहे आउटसोर्सिंग कंपनियों, ट्रासपोर्टिंग कंपनियों, ठेकेदारों के अपने चालक, उपचालक, श्रमिकों को बेहतर सुरक्षा नहीं देने की जानकारी की बात बैठक में कही गई. बीसीसीएल में नियमों की अनदेखी कर काम करने और सुरक्षा व्यवस्था में लापरवाही बरतने का आरोप क्षेत्रीय सुरक्षा कमिटी के सदस्यों की ओर से लगाया गया. बैठक में आए बीसीसीएल के एसडी चिद्दरवार और बीसीसीएल कोयला भवन से आए अधिकारियों ने सभी कमियों को दूर करने का भरोसा समिति सदस्यों को दिया है. मुख्य रूप से डीजीएमएस निदेशक (यांत्रिक) संदीप श्रीवास्तव, उप निदेशक साकेत भारती, सुब्बाराव, एके यादव, जीएम सुरक्षा और बचाव एके सिंह, बरोरा जीएम चितरंजन कुमार, पीओ पीयूष किशोर के अलावे आईएसओ के पदाधिकारी और क्षेत्रीय सेफ्टी टीम के सदस्य मौजूद थे.
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रसियन सावेल मशीन पर चट्टान गिरने से उत्पादन प्रभावित
सुरक्षा को लेकर एक तरफ बैठक आयोजित की जा रही है वहीं, बैठक के दो दिन पहले रसियन सावेल मशीन 522 नंबर ब्लॉक-2 के जमुनिया फेस में ओबी चट्टान गिरने से करोड़ों के मशीन का नुकसान हुआ है. जिससे ब्लॉक-2 का उत्पादन प्रभावित हुआ है. इस हादसे के दौरान मशीन के ऑपरेटर ने किसी तरह कूद कर अपनी जान बचायी थी. क्षेत्रीय सुरक्षा समिति के सदस्य मुकुटधारी गोराई ने कहा कि सुरक्षा को लेकर होने वाली बैठक 4 साल के बाद हो रही है, जिससे साबित होता है कि बीसीसीएल प्रबंधन सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं है. धरातल में सुरक्षा को लेकर कोई काम नहीं हो रहा है. बैठक में जो चर्चा होती है, अगर उसको अमल किया जाए तो दुर्घटना में कमी जरुर आएगी. हमारी पहली प्राथमिकता मजदूरों की सुरक्षा है. खान सुरक्षा निदेशक ने कहा कि मानवीय चूक होने से दुर्घटना हो जाती है, यह बड़ी बात नहीं है. हालांकि उन्होंने कहा कि जहां मशीन नहीं लगाकर काम लेना चाहिए वैसे स्थान पर उत्पादन के लिए मशीन लगाने से भी दुर्घटना होती है.