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4 साल बाद हुई त्रिपक्षीय सुरक्षा समिति की बैठक, BCCL पर लगा सुरक्षा व्यवस्था में गंभीर नहीं होने का आरोप - tripartite safety meeting organized in dhanbad

बाघमारा बीसीसीएल के डूमरा गेस्ट हाउस में त्रिपक्षीय सुरक्षा समिति की बैठक 4 साल के हुई. जिसमें श्रमिकों की सुरक्षा और क्षेत्रीय अस्पताल डूमरा की जर्जर स्थिति जैसे मुद्दों पर चर्चा की गई. इस बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में बीसीसीएल के एसडी चिद्दरवार ने हिस्सा लिया.

त्रिपक्षीय सुरक्षा समिति की बैठक
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Published : Nov 20, 2019, 3:37 PM IST

धनबाद: बाघमारा बीसीसीएल के डूमरा गेस्ट हाउस में त्रिपक्षीय सुरक्षा समिति की बैठक का आयोजन 4 साल के बाद किया गया. इस बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में बीसीसीएल के एसडी चिद्दरवार ने हिस्सा लिया. इस बैठक के दौरान बीसीसीएल के श्रमिकों की सेफ्टी से जुड़ी बातों पर चर्चा हुई.

देखें पूरी खबर

श्रमिकों की सुरक्षा पर हुई चर्चा

बीसीसीएल में प्रत्येक साल होने वाली त्रिपक्षीय कमिटी की बैठक 4 साल के बाद डूमरा गेस्ट हाउस में हुई. इतने लंबे अरसे के बाद होने वाली इस बैठक में क्षेत्रीय सुरक्षा समिति के सदस्यों ने बीसीसीएल प्रबंधन पर सुरक्षा व्यवस्था में लापरवाही बरतने का गंभीर आरोप लगाया है. बैठक के दौरान सुरक्षा समिति के लोगों ने कहा कि 4 साल के बाद सुरक्षा समिति की बैठक हुई है, इस तरह की लापरवाही से माइंस के अंदर जीरो दुर्घटना की बात करना मजदूरों के साथ बेईमानी होगी. श्रमिक समिति के सदस्यों ने इस बैठक में बीसीसीएल प्रबंधन पर माइंस कर्मियों की सुरक्षा में कोताही बरतने का आरोप लगाया है. कोयला उत्पादन में कर्मियों को समूचित सुरक्षा व्यवस्था, उपकरण नहीं देने जैसे कई गंभीर आरोप लगाया गया. समिति सदस्यों ने बैठक में कहा कि बीसीसीएल प्रबंधन डीजीएमएस के नियमों का भी ध्यान नहीं रखती, जिससे हमेशा दुर्घटना होते रहती है. इस दुर्घटना में कंपनी को करोड़ों रुपए का नुकसान होता है, जबकि जान-माल का को भी काफी नुकसान उठाना पड़ता है.

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BCCL प्रबंधन से समस्याओं के समाधान की मांग

बीसीसीएल के त्रिपक्षीय कमिटी की बैठक के दौरान इसके सदस्यों ने कहा कि सेफ्टी सुरक्षा को लेकर बैठक में सिर्फ चर्चा नहीं होनी चाहिए, इसे धरातल पर भी लाने का प्रयास होना चाहिए. बैठक में क्षेत्रीय अस्पताल की लचर व्यवस्था, उपकरण की कमी और फुलारीटांड़ अस्पताल में डॉक्टरों के नहीं रहने, उत्पादन में पुराने मशीनों के स्थान पर नए मशीनों को लगाने, डस्ट के कारण हो रही परेशानी जैसे मुद्दों पर भी चर्चा होनी चाहिए. बरोरा एरिया वन और ब्लॉक 2 के कर्मियों को गर्मियों में पानी की समस्या का सामाधान और जमुनिया डैम में कचड़े की सफाई करने को लेकर बीसीसीएल प्रबंधन से मांग किया गया.

बीसीसीएल में चल रहे आउटसोर्सिंग कंपनियों, ट्रासपोर्टिंग कंपनियों, ठेकेदारों के अपने चालक, उपचालक, श्रमिकों को बेहतर सुरक्षा नहीं देने की जानकारी की बात बैठक में कही गई. बीसीसीएल में नियमों की अनदेखी कर काम करने और सुरक्षा व्यवस्था में लापरवाही बरतने का आरोप क्षेत्रीय सुरक्षा कमिटी के सदस्यों की ओर से लगाया गया. बैठक में आए बीसीसीएल के एसडी चिद्दरवार और बीसीसीएल कोयला भवन से आए अधिकारियों ने सभी कमियों को दूर करने का भरोसा समिति सदस्यों को दिया है. मुख्य रूप से डीजीएमएस निदेशक (यांत्रिक) संदीप श्रीवास्तव, उप निदेशक साकेत भारती, सुब्बाराव, एके यादव, जीएम सुरक्षा और बचाव एके सिंह, बरोरा जीएम चितरंजन कुमार, पीओ पीयूष किशोर के अलावे आईएसओ के पदाधिकारी और क्षेत्रीय सेफ्टी टीम के सदस्य मौजूद थे.

ये भी पढ़ें- इंदिरा गांधी की 102वीं जयंती : PM मोदी समेत कृतज्ञ राष्ट्र ने दी श्रद्धांजलि

रसियन सावेल मशीन पर चट्टान गिरने से उत्पादन प्रभावित

सुरक्षा को लेकर एक तरफ बैठक आयोजित की जा रही है वहीं, बैठक के दो दिन पहले रसियन सावेल मशीन 522 नंबर ब्लॉक-2 के जमुनिया फेस में ओबी चट्टान गिरने से करोड़ों के मशीन का नुकसान हुआ है. जिससे ब्लॉक-2 का उत्पादन प्रभावित हुआ है. इस हादसे के दौरान मशीन के ऑपरेटर ने किसी तरह कूद कर अपनी जान बचायी थी. क्षेत्रीय सुरक्षा समिति के सदस्य मुकुटधारी गोराई ने कहा कि सुरक्षा को लेकर होने वाली बैठक 4 साल के बाद हो रही है, जिससे साबित होता है कि बीसीसीएल प्रबंधन सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं है. धरातल में सुरक्षा को लेकर कोई काम नहीं हो रहा है. बैठक में जो चर्चा होती है, अगर उसको अमल किया जाए तो दुर्घटना में कमी जरुर आएगी. हमारी पहली प्राथमिकता मजदूरों की सुरक्षा है. खान सुरक्षा निदेशक ने कहा कि मानवीय चूक होने से दुर्घटना हो जाती है, यह बड़ी बात नहीं है. हालांकि उन्होंने कहा कि जहां मशीन नहीं लगाकर काम लेना चाहिए वैसे स्थान पर उत्पादन के लिए मशीन लगाने से भी दुर्घटना होती है.

धनबाद: बाघमारा बीसीसीएल के डूमरा गेस्ट हाउस में त्रिपक्षीय सुरक्षा समिति की बैठक का आयोजन 4 साल के बाद किया गया. इस बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में बीसीसीएल के एसडी चिद्दरवार ने हिस्सा लिया. इस बैठक के दौरान बीसीसीएल के श्रमिकों की सेफ्टी से जुड़ी बातों पर चर्चा हुई.

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श्रमिकों की सुरक्षा पर हुई चर्चा

बीसीसीएल में प्रत्येक साल होने वाली त्रिपक्षीय कमिटी की बैठक 4 साल के बाद डूमरा गेस्ट हाउस में हुई. इतने लंबे अरसे के बाद होने वाली इस बैठक में क्षेत्रीय सुरक्षा समिति के सदस्यों ने बीसीसीएल प्रबंधन पर सुरक्षा व्यवस्था में लापरवाही बरतने का गंभीर आरोप लगाया है. बैठक के दौरान सुरक्षा समिति के लोगों ने कहा कि 4 साल के बाद सुरक्षा समिति की बैठक हुई है, इस तरह की लापरवाही से माइंस के अंदर जीरो दुर्घटना की बात करना मजदूरों के साथ बेईमानी होगी. श्रमिक समिति के सदस्यों ने इस बैठक में बीसीसीएल प्रबंधन पर माइंस कर्मियों की सुरक्षा में कोताही बरतने का आरोप लगाया है. कोयला उत्पादन में कर्मियों को समूचित सुरक्षा व्यवस्था, उपकरण नहीं देने जैसे कई गंभीर आरोप लगाया गया. समिति सदस्यों ने बैठक में कहा कि बीसीसीएल प्रबंधन डीजीएमएस के नियमों का भी ध्यान नहीं रखती, जिससे हमेशा दुर्घटना होते रहती है. इस दुर्घटना में कंपनी को करोड़ों रुपए का नुकसान होता है, जबकि जान-माल का को भी काफी नुकसान उठाना पड़ता है.

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BCCL प्रबंधन से समस्याओं के समाधान की मांग

बीसीसीएल के त्रिपक्षीय कमिटी की बैठक के दौरान इसके सदस्यों ने कहा कि सेफ्टी सुरक्षा को लेकर बैठक में सिर्फ चर्चा नहीं होनी चाहिए, इसे धरातल पर भी लाने का प्रयास होना चाहिए. बैठक में क्षेत्रीय अस्पताल की लचर व्यवस्था, उपकरण की कमी और फुलारीटांड़ अस्पताल में डॉक्टरों के नहीं रहने, उत्पादन में पुराने मशीनों के स्थान पर नए मशीनों को लगाने, डस्ट के कारण हो रही परेशानी जैसे मुद्दों पर भी चर्चा होनी चाहिए. बरोरा एरिया वन और ब्लॉक 2 के कर्मियों को गर्मियों में पानी की समस्या का सामाधान और जमुनिया डैम में कचड़े की सफाई करने को लेकर बीसीसीएल प्रबंधन से मांग किया गया.

बीसीसीएल में चल रहे आउटसोर्सिंग कंपनियों, ट्रासपोर्टिंग कंपनियों, ठेकेदारों के अपने चालक, उपचालक, श्रमिकों को बेहतर सुरक्षा नहीं देने की जानकारी की बात बैठक में कही गई. बीसीसीएल में नियमों की अनदेखी कर काम करने और सुरक्षा व्यवस्था में लापरवाही बरतने का आरोप क्षेत्रीय सुरक्षा कमिटी के सदस्यों की ओर से लगाया गया. बैठक में आए बीसीसीएल के एसडी चिद्दरवार और बीसीसीएल कोयला भवन से आए अधिकारियों ने सभी कमियों को दूर करने का भरोसा समिति सदस्यों को दिया है. मुख्य रूप से डीजीएमएस निदेशक (यांत्रिक) संदीप श्रीवास्तव, उप निदेशक साकेत भारती, सुब्बाराव, एके यादव, जीएम सुरक्षा और बचाव एके सिंह, बरोरा जीएम चितरंजन कुमार, पीओ पीयूष किशोर के अलावे आईएसओ के पदाधिकारी और क्षेत्रीय सेफ्टी टीम के सदस्य मौजूद थे.

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रसियन सावेल मशीन पर चट्टान गिरने से उत्पादन प्रभावित

सुरक्षा को लेकर एक तरफ बैठक आयोजित की जा रही है वहीं, बैठक के दो दिन पहले रसियन सावेल मशीन 522 नंबर ब्लॉक-2 के जमुनिया फेस में ओबी चट्टान गिरने से करोड़ों के मशीन का नुकसान हुआ है. जिससे ब्लॉक-2 का उत्पादन प्रभावित हुआ है. इस हादसे के दौरान मशीन के ऑपरेटर ने किसी तरह कूद कर अपनी जान बचायी थी. क्षेत्रीय सुरक्षा समिति के सदस्य मुकुटधारी गोराई ने कहा कि सुरक्षा को लेकर होने वाली बैठक 4 साल के बाद हो रही है, जिससे साबित होता है कि बीसीसीएल प्रबंधन सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं है. धरातल में सुरक्षा को लेकर कोई काम नहीं हो रहा है. बैठक में जो चर्चा होती है, अगर उसको अमल किया जाए तो दुर्घटना में कमी जरुर आएगी. हमारी पहली प्राथमिकता मजदूरों की सुरक्षा है. खान सुरक्षा निदेशक ने कहा कि मानवीय चूक होने से दुर्घटना हो जाती है, यह बड़ी बात नहीं है. हालांकि उन्होंने कहा कि जहां मशीन नहीं लगाकर काम लेना चाहिए वैसे स्थान पर उत्पादन के लिए मशीन लगाने से भी दुर्घटना होती है.

Intro:स्लग -- चार साल के बाद हुआ त्रिपक्षीय सेफ्टी कमिटी की बैठक,सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बीसीसीएल प्रबंधन गम्भीर नही क्षेत्रीय सुरक्षा समिति ने लगाया आरोप।
एंकर -- बाघमारा बीसीसीएल डुमरा गेस्ट हाउस में त्रिपक्षीय सेफ्टी कमिटी की बैठक का आयोजन चार साल के बाद किया गया।बैठक में मुख्य अतिथि के रूप एसडी चिद्दरवार खान सुरक्षा निदेशक 3 रहे।प्रत्येक वर्ष होने वाली त्रिपक्षीय कमिटी की बैठक लंबे अरसे के बाद होने पर क्षेत्रीय सुरक्षा समिति के सदस्यों ने बीसीसीएल प्रबंधन पर सुरक्षा व्यवस्था पर गम्भीर नही होने का आरोप लगाया।ऐसे लापरवाही से माइंस में 0 दुर्घटना की बात करना बेईमानी होगी।बैठक में बीसीसीएल प्रबंधन पर कर्मियों की सुरक्षा में कोताही बरतने का आरोप लगाया गया।कोयला उत्पादन में कर्मियों को समुचित सुरक्षा व्यवस्था, उपकरण नही देने के गम्भीर आरोप लगाया गया।समिति सदस्यों ने बैठक में कहा कि बीसीसीएल प्रबंधन डीजीएमएस के नियमो का भी ध्यान नही रखती।जिससे कि दुर्घटना होती रहती है।दुर्घटना में कम्पनी को करोड़ो का नुकसान होता है।वही जान माल का भी नुकसान उठाना पड़ जाता है।सुरक्षा को लेकर केवल बैठक पर चर्चा न करके धरातल में भी उतारने पर काम होना चाहिए।बैठक में क्षेत्रीय अस्पताल के लचर व्यवस्था,उपकरण की कमी तथा फुलारीटाड़ अस्पताल में डॉक्टरों के नही रहने पर भी चर्चा किया गया।उत्पादन में पुराने मशीनों के स्थान पर नया मशीन दिया जाय।डस्ट के कारण परेशानी होती है।इसपर विचार किया जाय।0 दुर्घटना लक्ष्य प्राप्ति हो यह होना चाहिए।बरोरा एरिया वन ओर ब्लॉक दो के कर्मियों को गर्मियों में पानी की समस्या होती है।जमुनिया डेम में कचड़ा भर गया है।इसकी सफाई होनी चाहिए।बीसीसीएल में चल रहे आउटसोर्सिंग कम्पनियों,टारस्पॉटिंग कम्पनियों,ठेकेदारों द्वारा अपने चालक,उपचालक,श्रमिको को बेहतर सुरक्षा नही देने तथा सभी की जानकारी नही होने की बात कही गई।बीसीसीएल में नियमो की अनदेखी कर काम करने तथा सुरक्षा व्यवस्था में लापरवाही बरतने का आरोप क्षेत्रीय सुरक्षा कमिटी के सदस्यों द्वारा लगाया गया।बैठक में आये खान सुरक्षा निदेशक तथा बीसीसीएल कोयला भवन से आये अधिकारी ने सभी कमियों को दूर करने का भरोषा समिति सदस्यों को दिया।मुख्य रूप से डीजीएमएस निदेशक (यांत्रिक) संदीप श्रीवास्तव,उप निदेशक साकेत भारती,सुब्बाराव,एके यादव,जीएम सुरक्षा व बचाव एके सिंह,बरोरा जीएम चितरंजन कुमार,पीओ पीयूष किशोर के अलावे आईएसओ के पदाधिकारी व क्षेत्रीय सेफ्टी टीम के सदस्य मौजूद थे।
(रशियन सावेल मशीन पर चट्टान गिरने से उत्पादन प्रभावित)सुरक्षा को लेकर एक तरफ बैठक आयोजित किया जा रहा है।तो वही दो दिन पहले रशियन सावेल मशीन 522 नम्बर ब्लॉक दो के जमुनिया फेस में ओबी चट्टान गिरने से करोड़ो का नुकसान मशीन को हुआ है।जिससे ब्लॉक दो का उत्पादन प्रभावित हुआ है।ऑपरेटर ने किसी तरह कूद कर अपनी जान बचाया था।Body:क्षेत्रीय सुरक्षा समिति के मुकुटधारी गोराई ने कहा सुरक्षा को लेकर होने वाला बैठक चार साल के बाद हो रहा।जिससे साबित होता है कि बीसीसीएल प्रबंधन सुरक्षा को लेकर गम्भीर नही है।धरातल में सुरक्षा को लेकर कोई काम नही हो रहा।बैठक में जो चर्चा होता उसे अमल पर लाने से दुर्घटना में कमी आयेगी।हमारी पहली प्राथमिकता मजदूरों की सुरक्षा है।खान सुरक्षा निदेशक ने कहा कि मानवीय चूक होने से दुर्घटना हो जाती है।यह बड़ी बात नही है।हालाकि उन्होंने कहा कि जहाँ मशीन नही लगाकर काम लेना चाहिए वैसे स्थान पर उत्पादन के लिये मशीन लगाने पर भी दुर्घटना होती है।ऐसी स्थिति में कारवाई होती है।कोयला भवन के बीसीसीएल अधिकारी ने कहा कि आज की बैठक में सुरक्षा को लेकर चर्चा किया गया।समय अंतराल में सभी कमियों को देर कर दिया जायेगा।सुरक्षा कम्पनी की प्रथामिकता में है।
बाइट -- मुकुटधारी गोराई(क्षेत्रीय सुरक्षा समिति सदस्य)सफेद शर्ट गुलाब फूल लगा हुआ
बाइट -- एसडी चिद्दरवार(खान सुरक्षा निदेशक 3)हाफ सफेद शर्ट
बाइट -- ए के सिंह(कोयला भवन बीसीसीएल अधिकारी)Conclusion:नो

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