धनबाद: उपायुक्त सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार उमा शंकर सिंह ने कोयला नगर स्थित भारत कोकिंग कोल लिमिटेड के सामुदायिक केंद्र में कोविड-19 रोगियों के उपचार के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया. जहां उन्होंने कहा कि कोविड-19 मरीजों की सेवा में लगे चिकित्सक, पारा मेडिकल स्टाफ, एएनएम, जीएनएम के सहयोग से जिला प्रशासन ने कोरोना पॉजिटिविटी रेट को कम करके दिखाया है. हम सब मिलकर 30 लाख लोगों की बेहतरी के लिए काम कर रहे हैं. हर कोरोना वारियर की सुरक्षा जिला प्रशासन के लिए सर्वोपरि है. सबको मिलकर पॉजिटिविटी रेट को 0.5% से 0% तक लाना है.
कोरोना जांच अभियान चलाया
डीसी ने कहा कि जिले में कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए धनबाद रेलवे स्टेशन सहित चिरकुंडा एवं एनएच-2 चेक पोस्ट और अन्य संवेदनशील क्षेत्रों में लगातार कोरोना जांच अभियान चलाया जा रहा है. सभी डॉक्टरों ने बिना रुके थके लगातार काम किया है. जिसके लिए जिला प्रशासन उनको शुक्रिया अदा करता है. जिला प्रशासन सभी फ्रंटलाइन कोरोनावायरस की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है.
सेंट्रल अस्पताल में 30 बेड
उपायुक्त ने कहा कि आगामी 15 अक्तूबर से पुनर्निर्मित कोविड-19 अस्पताल (सेंट्रल अस्पताल) को शुरू किया जाना है. उन्होंने भारत कोकिंग कोल लिमिटेड केे निदेशक (कार्मिक) एमवीके राव को धन्यवाद देते हुए कहा कि उनके सहयोग के बिना 18 दिन में पुनर्निर्मित अस्पताल का कार्य पूरा करना संभव नहीं था. आपदा की घड़ी में बीसीसीएल ने सीएसआर मद से जिला प्रशासन को बहुत सहयोग प्रदान किया है. कोविड-19 अस्पताल (सेंट्रल अस्पताल) में 30 बेड के आधुनिक आइसीयू के साथ प्रथम तल पर 40 बेड का नन-आइसीयू सेंटर बनाया गया है. वहां ऐसे आधुनिक उपकरण लगाए गए हैं, जिससे मरीज भी स्वस्थ होंगे और चिकित्सक भी सुरक्षित रहेंगे.
इसे भी पढ़ें-शरद पवार ने पीएम को लिखा पत्र, राज्यपाल की भाषा पर जताई आपत्ति
आइसीयू का किया जाएगा दौरा
उपायुक्त ने सेंट्रल अस्पताल के लिए पदस्थापित सभी चिकित्सकों और पारा मेडिकल स्टाफ से आपदा की घड़ी में सहयोग करने और त्योहार के समय छुट्टी नहीं लेने की अपील की. उन्होंने कहा कि सभी लोगों को अपनी सुरक्षा को ध्यान में रखकर मरीजों को सेवा करनी है. कहा आइसीयू में भर्ती मरीजों की कुशलक्षेम पूछने के लिए आइसीयू का दौरा भी करेंगे.
निशुल्क में उपलब्ध होगी दवाइयां
डीसी ने आगे कहा कि जिला प्रशासन ने डेढ़ माह की अल्प अवधि में 100 बेड से 9 अस्पताल में एक हजार बेड तैयार कर लिए. जिला प्रशासन की तरफ से मरीजों को महंगी से महंगी दवाइयां निशुल्क उपलब्ध कराई जाती है. उन्होंने कहा कि त्योहार के बाद एक से डेढ़ माह तक स्थिति पर पैनी नजर रखनी है. इससे हम कोरोना को हराने में कामयाब होंगे. कार्यक्रम के दौरान डॉ. यूके ओझा, डॉ. राजकुमार सिंह, डॉ. मृत्युंजय ने कोविड-19 मरीजों के उपचार के लिए प्रशिक्षण दिया.
ये लोग रहे मौजूद
कार्यक्रम में उपायुक्त उमा शंकर सिंह, एडीएम (लॉ एंड ऑर्डर) चंदन कुमार, अनुमंडल दंडाधिकारी सुरेंद्र कुमार, बीसीसीएल के निदेशक कार्मिक एमवीके राव, डीएमएफटी प्रोजेक्ट ऑफिसर नितिन कुमार, शुभम सिंघल, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार के संजय कुमार व अन्य लोग उपस्थित रहे.