धनबाद: वैश्विक महामारी कोरोना ने पूरे विश्व में कोहराम मचा रखा है. इसे लेकर पूरे देश में लॉकडाउन जारी है. इस समय सबसे ज्यादा परेशानी मजदूर वर्गों को उठानी पड़ी है वो आज भी भटकने को मजबूर हैं. ऐसा ही एक नजारा फिर से गोविंदपुर थाना क्षेत्र में देखने को मिला. चतरा से 2 दिनों तक पैदल चलकर 35 मजदूर धनबाद पहुंचे, जिन्हें पश्चिम बंगाल के मालदा जिले जाना था.
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चतरा से पैदल चल कर आ रहे मजदूरों ने ईटीवी भारत को बताया कि जहां कहीं भी पुलिस मिली तो उन्होंने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर आगे बढ़ते रहने को कहा. कहीं पर भी उनकी जांच की व्यवस्था नहीं की गई. ऐसे में कोरोना को लेकर किस प्रकार की तैयारी है यह गंभीर सवाल है. मजदूरों ने बताया कि वह चतरा में नहर खुदाई का काम करते थे, लेकिन लॉकडाउन के बाद ठेकेदार खुद वहां से भाग निकला. जितने पैसे थे इतने दिनों तक खाना पीना खाकर रहे. उसके बाद घर जाने के लिए मजबूर हो गया.
आपको बता दें कि कोरोना वायरस से संक्रमित पहले मरीज की धनबाद में जो पुष्टि हुई है, वह मरीज भी पश्चिम बंगाल के आसनसोल इलाके से पैदल ही चलकर धनबाद में घुसा था. मजदूरों ने बताया कि चतरा से 2 दिनों से लगातार वह पैदल चलकर यहां तक पहुंचे हैं और उन्हें बंगाल के मालदा जिले में जाना है.
ईटीवी भारत के संवाददाता की नजर पड़ने पर उन्होंने गोविंदपुर थाना को सूचना दी. जिसके बाद मौके पर पुलिस पहुंची और उन्होंने इन मजदूरों से उनके बारे में जानकारी ली, लेकिन उन्होंने कैमरे के सामने कुछ भी कहने से मना कर दिया. जिस तरीके से इन पैदल चल कर आ रहे मजदूरों को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है, यह गंभीर सवाल है.