धनबाद : देश के जाने-माने शिक्षण संस्थान आईआईटी-आईएसएम धनबाद IIT-ISM Dhanbad के पीजी और पीएचडी के छात्रों के लिए बहुत ही अच्छी खबर है. अब संस्थान के छात्रों को पीजी और पीएचडी के लिए अलग-अलग पढ़ाई नहीं करनी पड़ेगी. इंटीग्रेटेड पीएचडी प्रोग्राम के तहत छात्र एक साथ दोनों पढ़ाई कर सकेंगे.
यह भी पढ़ें : झारखंड में 22 माह बाद कक्षा एक से होगी पढ़ाई, रांची समेत 7 जिलों में 9वीं क्लास से छूट
अब तक IIT-ISM Dhanbad में छात्रों को पीजी और पीएचडी के लिए अलग-अलग पढ़ाई करनी होती थी, लेकिन अब संस्थान ने एक नया कोर्स डिजाइन किया है. जिस कोर्स का नाम इंटीग्रेटेड पीएचडी प्रोग्राम होगा. इस प्रोग्राम के तहत छात्र पीजी और पीएचडी की पढ़ाई एक साथ कर सकेंगे. सीनेट में इस नए कोर्स की स्वीकृति के बाद अब बीओजी ने इस कोर्स को नए सत्र से शुरू करने की मंजूरी दे दी है.
आईआईटी आईएसएम से निकले इकलौते ऐसे भारतीय : दूसरी तरफ आईआईटी आईएसएम के एक छात्र को विश्वस्तरीय डाक्टरल फेलोशिप Doctoral Fellowships अवार्ड मिला है. इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग के छात्र कुंदन कुमार सुमन को यह अवार्ड मिला है. अवार्ड पाने वाले कुंदन आईआईटी आईएसएम के पहले ऐसे छात्र हैं, जिन्हें यह अवार्ड मिला है. वह इकलौते ऐसे भारतीय भी हैं जिन्हें इस प्रकार का अवार्ड दिया गया है. कुंदन कुमार सुमन ने बताया कि आइईईई एपीएस अमेरिका की ओर से एंटीना के क्षेत्र में काम करने वाले शोधकर्ताओं को डॉक्टर रिसर्च अवॉर्ड दिया जाता है. उन्होंने कहा कि इसमें पूरे विश्व से केवल 5 शोधार्थियों का ही चयन किया जाता है. आइईईई एपीएस अमेरिका की ओर से उन्हें 2500 डॉलर भी दिया गया है.