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कांग्रेस में अंतर्कलह! इस्तीफे की मांग पर प्रदेश अध्यक्ष का जवाब, कहा- हम कार्यकर्ताओं की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाते - dhanbad news

कांग्रेस में जारी अंतर्कलह पर प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस कोई तानाशाह की पार्टी नहीं है, थोड़ी बहुत कहासुनी लाजमी है. वहीं बन्ना गुप्ता मामले पर उन्होंने कहा कि बन्ना गुप्ता का इस्तीफा उनके पास नहीं आया है. Infighting in Jharkhand Congress

Infighting in Jharkhand Congress
इस्तीफे की मांग पर नेताओं का बयान
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Oct 9, 2023, 10:48 PM IST

इस्तीफे की मांग पर नेताओं का बयान

धनबाद: झारखंड कांग्रेस में अंदरूनी कलह और कार्यकर्ताओं द्वारा हो रहे विरोध के बाद प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. राजेश ठाकुर ने कहा कि कार्यकर्ता जिस उम्मीद के साथ मुझे देखते हैं, उस उम्मीद पर हम खरा नहीं उतर पाते हैं. ऐसे में निश्चित रूप से कार्यकर्ताओं में नाराजगी होती है. लेकिन इसका कतई भी मतलब नहीं है कि अनुशासनहीनता किसी तरह से बर्दाश्त की जाएगी. उन्होंने कहा कि जहां लोग होते हैं, वहां थोड़ी बहुत कहासुनी होती है. जहां तानाशाही होता है. वहां इस तरह की बात नहीं होती है.

यह भी पढ़ें: Video: झारखंड में केंद्रीय नेतृत्व से अलग राह पर कांग्रेस! बन्ना गुप्ता के इस्तीफे के बाद क्या होगी पार्टी की नई रणनीति

प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने ये बातें कांग्रेस पार्टी मिलन समारोह के दौरान मीडिया के सवाल के जवाब में कही. धनबाद जिले के बाघमारा के डुमरा बीसीसीएल सामुदायिक केंद्र में कांग्रेस पार्टी मिलन समारोह का आयोजन किया गया था. जिसमें मुख्य रूप से पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर और सूबे के ग्रामीण विकास और संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम शामिल हुए.

कांग्रेस में अंदरूनी कलह: आपको बता दें कि पिछले कुछ दिनों से झारखंड कांग्रेस में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. पार्टी नेताओं के बीच अंदरूनी कलह सतह पर दिख रही है. पिछले दिनों ही जिले के प्रभारी मंत्री बन्ना गुप्ता ने लोकसभा समन्वय समिति की बैठक के दौरान अपने इस्तीफे की पेशकश की थी. वहीं इसके बाद अब सोमवार को जिला कांग्रेस अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ ने बैठक कर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर को पद से हटाने की मांग की है. जिला कांग्रेस अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ ने प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर पर भेदभाव का आरोप लगाया है.

राजेश ठाकुर को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाने की मांग: अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के जिला महासचिव भगवान दास ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पार्टी में अनुसूचित जाति के कार्यकर्ताओं के साथ भेदभाव किया जा रहा है. जिसके लिए बैठक कर अनुसूचित जाति समन्वय समिति का गठन किया गया है. वे कमेटी के माध्यम से पार्टी के अंदर शांतिपूर्ण ढंग से अपनी मांगें रख रहे हैं. समिति की ओर से अनुसूचित जाति के लोगों के लिए अधिकार की मांग करते हुए एक आवेदन पत्र तैयार किया गया है. यह आवेदन कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और प्रदेश के सभी पदाधिकारियों को भेजा जाएगा. यदि आवेदन देने के बाद उनकी मांगों पर कार्रवाई नहीं की गयी तो दो दिनों के बाद शांतिपूर्ण ढंग से वे सत्याग्रह आंदोलन करने को बाध्य होंगे.

वहीं अनुसूचित जाति के सचिव अवधेश पासवान ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष के द्वारा प्रदेश में जो भी पदाधिकारी बनाए जा रहे हैं. उसमें धनबाद जिले के किसी भी अनुसूचित जाति के कार्यकर्ताओं को नहीं रखा जा रहा है. इसलिए वे प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर को इस्तीफा देना चाहिए.

राजेश ठाकुर का जवाब: इस पूरे मामले को लेकर अब प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं को उनसे काफी उम्मीदें होती हैं, वे सभी पर खरे नहीं उतर पाते. वहीं मंत्री बन्ना गुप्ता के द्वारा पिछले दिनों की गई इस्तीफे की पेशकश पर उन्होंने कहा कि ऐसा कोई बयान उन्होंने नहीं दिया है. यह कही कहाई बातें हैं. ददई दुबे द्वारा दिए गए बयान पर उन्होंने कहा कि मीडिया द्वारा पूछे जाने पर उन्होंने नाराजगी की बातें बताई थी. राजेश ठाकुर ने कहा कि बन्ना गुप्ता का इस्तीफा अबतक मेरे पास नहीं आया है. वहीं मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि पार्टी के अंदर कोई अंतर्कलह नहीं है. बन्ना गुप्ता की बातों को तिल का ताड़ बनाया गया है. उन्होंने अपना इस्तीफा नहीं सौपा है.

इस्तीफे की मांग पर नेताओं का बयान

धनबाद: झारखंड कांग्रेस में अंदरूनी कलह और कार्यकर्ताओं द्वारा हो रहे विरोध के बाद प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. राजेश ठाकुर ने कहा कि कार्यकर्ता जिस उम्मीद के साथ मुझे देखते हैं, उस उम्मीद पर हम खरा नहीं उतर पाते हैं. ऐसे में निश्चित रूप से कार्यकर्ताओं में नाराजगी होती है. लेकिन इसका कतई भी मतलब नहीं है कि अनुशासनहीनता किसी तरह से बर्दाश्त की जाएगी. उन्होंने कहा कि जहां लोग होते हैं, वहां थोड़ी बहुत कहासुनी होती है. जहां तानाशाही होता है. वहां इस तरह की बात नहीं होती है.

यह भी पढ़ें: Video: झारखंड में केंद्रीय नेतृत्व से अलग राह पर कांग्रेस! बन्ना गुप्ता के इस्तीफे के बाद क्या होगी पार्टी की नई रणनीति

प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने ये बातें कांग्रेस पार्टी मिलन समारोह के दौरान मीडिया के सवाल के जवाब में कही. धनबाद जिले के बाघमारा के डुमरा बीसीसीएल सामुदायिक केंद्र में कांग्रेस पार्टी मिलन समारोह का आयोजन किया गया था. जिसमें मुख्य रूप से पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर और सूबे के ग्रामीण विकास और संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम शामिल हुए.

कांग्रेस में अंदरूनी कलह: आपको बता दें कि पिछले कुछ दिनों से झारखंड कांग्रेस में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. पार्टी नेताओं के बीच अंदरूनी कलह सतह पर दिख रही है. पिछले दिनों ही जिले के प्रभारी मंत्री बन्ना गुप्ता ने लोकसभा समन्वय समिति की बैठक के दौरान अपने इस्तीफे की पेशकश की थी. वहीं इसके बाद अब सोमवार को जिला कांग्रेस अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ ने बैठक कर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर को पद से हटाने की मांग की है. जिला कांग्रेस अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ ने प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर पर भेदभाव का आरोप लगाया है.

राजेश ठाकुर को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाने की मांग: अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के जिला महासचिव भगवान दास ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पार्टी में अनुसूचित जाति के कार्यकर्ताओं के साथ भेदभाव किया जा रहा है. जिसके लिए बैठक कर अनुसूचित जाति समन्वय समिति का गठन किया गया है. वे कमेटी के माध्यम से पार्टी के अंदर शांतिपूर्ण ढंग से अपनी मांगें रख रहे हैं. समिति की ओर से अनुसूचित जाति के लोगों के लिए अधिकार की मांग करते हुए एक आवेदन पत्र तैयार किया गया है. यह आवेदन कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और प्रदेश के सभी पदाधिकारियों को भेजा जाएगा. यदि आवेदन देने के बाद उनकी मांगों पर कार्रवाई नहीं की गयी तो दो दिनों के बाद शांतिपूर्ण ढंग से वे सत्याग्रह आंदोलन करने को बाध्य होंगे.

वहीं अनुसूचित जाति के सचिव अवधेश पासवान ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष के द्वारा प्रदेश में जो भी पदाधिकारी बनाए जा रहे हैं. उसमें धनबाद जिले के किसी भी अनुसूचित जाति के कार्यकर्ताओं को नहीं रखा जा रहा है. इसलिए वे प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर को इस्तीफा देना चाहिए.

राजेश ठाकुर का जवाब: इस पूरे मामले को लेकर अब प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं को उनसे काफी उम्मीदें होती हैं, वे सभी पर खरे नहीं उतर पाते. वहीं मंत्री बन्ना गुप्ता के द्वारा पिछले दिनों की गई इस्तीफे की पेशकश पर उन्होंने कहा कि ऐसा कोई बयान उन्होंने नहीं दिया है. यह कही कहाई बातें हैं. ददई दुबे द्वारा दिए गए बयान पर उन्होंने कहा कि मीडिया द्वारा पूछे जाने पर उन्होंने नाराजगी की बातें बताई थी. राजेश ठाकुर ने कहा कि बन्ना गुप्ता का इस्तीफा अबतक मेरे पास नहीं आया है. वहीं मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि पार्टी के अंदर कोई अंतर्कलह नहीं है. बन्ना गुप्ता की बातों को तिल का ताड़ बनाया गया है. उन्होंने अपना इस्तीफा नहीं सौपा है.

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