धनबाद: पीएमसीएच अब एसएनएमएमसीएच कोयलांचल का सबसे बड़ा अस्पताल है. यहां पर सिर्फ धनबाद के ही नहीं बल्कि गिरिडीह, जामताड़ा, देवघर, हजारीबाग सहित कई जिलों के मरीज भी इलाज करवाने आते हैं, लेकिन इन दिनों अस्पताल प्रबंधन खून की कमी से जूझ रहा है. जिस कारण अस्पताल प्रबंधन के साथ-साथ मरीज के परिजनों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.
ब्लड डोनेट करने की अपील
एसएनएमएमसीएच के ब्लड बैंक प्रभारी डॉ एके सिंह ने कहा कि कोरोना के कारण लोगों में कई प्रकार की भ्रांतियां फैल गई है, लेकिन जिस कारण लोग डर से भी अस्पताल नहीं पहुंच रहे हैं. उन्होंने कहा कि ब्लड डोनेट करने के लिए लगातार लोगों से अपील की जा रही है. कई जगहों पर कैंप भी लगाए जा रहे हैं, लेकिन यह नाकाफी है. उन्होंने लोगों से ज्यादा से ज्यादा संख्या में अस्पताल आकर या फिर कैंप लगाकर ब्लड डोनेट करने की अपील ईटीवी भारत के माध्यम से की है. उन्होंने कहा कि कोरोना काल के बाद से ही लगातार कोरोना को लेकर सभी सुरक्षात्मक उपाय अस्पताल प्रबंधन की ओर से ब्लड बैंक में किया जा रहा है. आज तक एक भी डोनर को जो ब्लड डोनेट करने आए हैं उन्हें कोरोना की शिकायत नहीं हुई है.
शिक्षण संस्थान बंद होने से बढ़ी परेशानी
ब्लड बैंक प्रभारी डॉक्टर एके सिंह ने बताया कि ब्लड बैंक में खून की कमी का सबसे बड़ा कारण शैक्षणिक संस्थानों का बंद होना है. उन्होंने कहा कि अस्पताल में सबसे ज्यादा डोनर शैक्षणिक संस्थान जैसे आईआईटी-आईएसएम, बीआईटी सिंदरी, पॉलिटेक्निक कॉलेज समेत कई संस्थानों के छात्र ब्लड डोनेट करने के लिए आते थे, लेकिन कोरोना वायरस के कारण संस्थान बंद है जिस कारण यह समस्या खड़ी हुई है.
उन्होंने ईटीवी भारत के माध्यम से लोगों से अपील की है कि लोग निडर होकर अस्पताल में पहुंचे और ब्लड डोनेट करें या फिर कैंप लगाकर ब्लड डोनेट कर सकते हैं. ईटीवी भारत भी लोगों से अपील करता है कि रक्तदान महादान है सबसे बड़े अस्पताल में खून की कमी को देखते हुए ज्यादा से ज्यादा संख्या में ब्लड डोनेट करें और लोगों को लाभ पहुंचाएं.