धनबाद: किसानों की आय में वृद्धि और ग्राहकों को फायदा पहुंचाने के मकसद से शुरू की गई केंद्र सरकार की ई-नाम पोर्टल व्यवस्था से कोयलांचल के लोग काफी लाभान्वित हो रहे हैं. यही नहीं कश्मीर के किसान भी इससे लाभान्वित हो रहे हैं. अक्टूबर महीने में करीब 71 लाख रुपये की सेब की ट्रेडिंग की गई है. जिसके भुगतान में डिजिटल के पेमेंट का यूज किया जा रहा है.
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धनबाद बाजार समिति के पदाधिकारी की माने तो आने वाले छठ महापर्व पर कश्मीरी सेब की करीब 3 करोड़ की ट्रेडिंग होने का अनुमान है. धनबाद बाजार समिति के विपणन सचिव राकेश कुमार सिंह ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने ई नाम पोर्टल से शुरू की गई व्यवस्था के बारे में और केंद्र सरकार की इस योजना को राज्य सरकार द्वारा बेहतर तरीके से धरातल पर उतारने की बात बताई. बताया कि व्यवस्था का लाभ कश्मीर के किसानों के साथ कोयलांचल के लोगों को भी मिल रहा है. इस व्यवस्था से बिचौलिए खत्म हो गए हैं. देश भर में ई-नाम पोर्टल पर कई व्यवसाई सीधे सेब की खरीदारी कर रहे हैं.
धनबाद बाजार समिति के विपणन सचिव राकेश कुमार सिंह ने बताया कि यह भारत सरकार की व्यवस्था है. झारखंड सरकार के सहयोग से चलाई जा रही है. झारखंड सरकार के कृषि मंत्री बादल पत्र लेख ने इसे लेकर कई सुविधाएं दी हैं. पेन इंडिया इल्ट्रॉनिक पोर्टल के तहत 1360 बाजार समितियों को जोड़ा गया है. एक छत के नीचे गुणवत्ता जांच, मानकीकरण और पैकेजिंग की व्यवस्था दी गई है. किसानों की आय में वृद्धि हो और व्यवसायी गुणवत्ता युक्त उत्पाद खरीद सके.
धनबाद के 394 कारोबारी ई नाम पोर्टल से जुड़े हैं. झारखंड के 23 हजार किसान जुड़े हैं, जो अपनी फसल बेच रहे हैं. ई-नाम पोर्टल से झारखंड की 19 बाजार समितियां जुड़ी हुई हैं. उन्होंने बताया कि अक्टूबर माह में 71 लाख रुपये की ट्रेड की गई है.