धनबाद: कोयलांचल धनबाद में बन रही बहुमंजिली इमारत में मजदूरों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है. निर्माणाधीन बहुमंजिली इमारतों में नियम कानूनों की अनदेखी हो रही है और सरकारी अमला भी आंखें बंद किए हुए है.
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ताजा मामला सरायढेला थाना क्षेत्र के कोलकुसमा इलाके का है. यहां निर्माणाधीन सोसायटी में काम कर रहे मजदूरों को जरूरी सुरक्षा उपकरण तक नहीं दिए गए हैं. 16 वें तल पर मजदूर बगैर सुरक्षा उपकरण के ही काम करने को मजबूर हैं. नियम के अनुसार ऊंची इमारतों में काम करने वाले मजदूरों को बड़े बूट, हेलमेट,कमर में बेल्ट देना चाहिए. साथ ही निर्माणाधीन बिल्डिंग में जालीनुमा सुरक्षा कवच का होना जरूरी है. लेकिन इस सोसायटी का निर्माण कार्य करा रहा बिल्डर नियमों का उल्लंघन कर रहा है.
और भी शिकायतें
बता दें कि निगम क्षेत्र में G प्लस 16 और 18 का नक्शा आम तौर पर पास नहीं होता है. अगर नक्शा पास किया जाता है तो उसके लिए स्वायल टेस्टिंग रिपोर्ट, NGT से पर्यावरण NOC समेत कई अन्य तरह की कागजी खानापूर्ति आवश्यक होती है. लेकिन जानकारी मिल रही है कि इस बिल्डिंग का नक्शा पास करने में इस तरह के कई नियमों की अनदेखी कर दी गई. इस संबंध में बिल्डर से बात की तो उन्होंने कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया. बगैर कैमरे के सामने आए इतना जरूर कहा कि उनका प्रोजेक्ट झारखंड रेरा में रजिस्टर्ड है.
वहीं जब नगर आयुक्त सह झमाडा एमडी सतेंद्र कुमार से बात की गई तो उन्होंने इतना जरूर कहा कि आज से पांच वर्ष पूर्व उसका मैनुअल नक्शा पास कराया गया है.किस परिस्थिति में बहुमंजिली इमारत का नक्शा पास किया गया, उस वक्त तमाम अर्हताओं का ध्यान रखा गया अथवा नहीं इन सभी बिंदुओं की जांच की जाएगी.
मजदूरों की सुरक्षा जरूरी
जब उनसे यह पूछा गया कि नगर निगम इलाके में कितने मंजिल की इमारत बन सकती है तो इस पर उन्होंने जांच करने की बात कही. उन्होंने कहा कि फिलहाल उन्हें इस बारे में पूरी जानकारी नहीं है. सुरक्षा के सवाल पर उन्होंने कहा कि कितनी भी ऊंची बिल्डिंग हो लेकिन बिल्डर को मजदूरों की सुरक्षा का ख्याल हर हाल में रखना है. अगर सुरक्षा के साथ खिलवाड़ हो रहा है तो जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी.