धनबाद: जिले के बैंक मोड़ पर ऑटो पार्ट्स व्यवसायी दीपक अग्रवाल पर फायरिंग मामले की जांच के लिए रांची एटीएस की चार सदस्यीय टीम रविवार को धनबाद पहुंची. टीम बैंक मोड़ स्थित ऑटो पार्ट्स दुकान पर पहुंच कर मामले की जांच कर रही है. सीसीटीवी और मोबाइल लोकेशन की जांच की जा रही है. एटीएस आसपास के लोगों से भी पूछताछ कर रही है.
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आपको बता दें कि शनिवार की रात ग्राहक बनकर अपराधी दुकान पर पहुंचे थे और ऑटो पार्ट्स व्यवसायी दीपक अग्रवाल को गोली मार दी थी. घटना के बाद दीपक को स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसे बेहतर इलाज के लिए कोलकाता एएमआरआई अस्पताल रेफर कर दिया गया. घटना के बाद व्यवसायी वर्ग में काफी आक्रोश है.
बताया जा रहा है कि ढाई माह पहले दीपक अग्रवाल से रंगदारी की मांग की गयी थी. प्रिंस खान का शूटर मेजर एकमुश्त 30 लाख रुपये और प्रति माह 30 हजार रुपये की रंगदारी मांग रहा था. जिसकी जानकारी उन्होंने जिला चैंबर को भी दी थी. हालांकि, पिछले कुछ दिनों से रंगदारी की मांग बंद हो गयी थी. जिसके बाद दीपक को लगा कि अब कुछ नहीं होने वाला है.
पुलिस की गिरफ्त में है मेजर: आपको बता दें कि प्रिंस खान के गुर्गों के खिलाफ पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है. लेकिन गिरफ्तारी के बाद फिर बड़ा खतरा नजर आ रहा है. पुलिस ने पुष्टि की है कि कथित मेजर को गिरफ्तार कर लिया गया है. लेकिन इसके बाद फिर मेजर के नाम पर किसी व्यवसायी से रंगदारी मांगी जा रही है. इतना ही नहीं रंगदारी नहीं देने पर बमबाजी और गोलीबारी की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है. मतलब साफ है कि प्रिंस खान के कथित शूटर मेजर को जब पुलिस गिरफ्तार कर लेती है तो प्रिंस खान फिर से नये मेजर का इस्तेमाल करता है.