बाघमारा/धनबादः बाघमारा प्रखंड के अंचल मुख्यालय के सामने दरीदा मौजा के रैयतों ने विरोध प्रदर्शन किया. जिप सदस्य सह आजसू नेता सुभाष राय की अगुवाई में सभी ने मुख्यालय का घेराव भी किया. वहीं, प्रखंड अंचल अधिकारी के खिलाफ जमकर नारे भी लगाए. बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो के खिलाफ भी जमकर विरोधी नारेबाजी की गई.
आदिवासी समाज के रैयतों की जमीन और सरकारी रास्ता पर भू माफियाओं द्वारा जबरन कब्जा के विरोध में एक दिवसीय धरना दिया गया. आजसू नेता की अगुवाई में रैयत डुमरा मोड़ से प्रखंड मुख्यालय तक पैदल नारेबाजी करते हुए पहुंचे. आजसू पार्टी का झंडा लहराते हुए आंदोलन किया. धरना प्रदर्शन में दरीदा मौजा के रैयतों के आलावा आजसू पार्टी के सैकड़ों महिला-पुरुष समर्थक शामिल रहे. अंचल अधिकारी से लेकर जिला के आला अधिकारियों के भू माफियाओं पर शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं होने से ग्रामीणों में गुस्सा है.
बाघमारा विधायक के इशारे पर जमीन कब्जा करने का आरोप
शिकायत के बाद भी भू माफिया सरकारी रास्ते को अतिक्रमण कर रैयतों के जमीन को कब्जा करते जा रहे हैं. रैयत कब्जा करने का आरोप बाघमारा के बीजेपी विधायक ढुल्लू महतो और उनके लोगों पर लगा रहे हैं. वहीं, राजग गठबंधन के पार्टी आजसू नेता इसकी अगुवाई कर रहे हैं. आंदोलन का अगुवाई कर रहे आजसू नेता ने कहा कि पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत विरोध प्रदर्शन धरना दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो के इशारे पर उनके लोग जबरन आदिवासियों की जमीन कब्जा कर रहे हैं. रैयतों को लगातार डराया धमकाया जा रहा है.
ये भी पढ़ें- तीन तलाक बिल को लेकर बीजेपी पर कांग्रेस का तंज, कहा- जो सूट करता है उस बिल को पास करती है सरकार
आजसू नेता ने आरोप लगाया कि रैयतों को जान मारने की धमकी भी विधायक के लोग दे रहे हैं. सरकारी जमीन को कब्जा किया जा रहा है. प्रशासन को रैयतों द्वारा लिखित शिकायत भी महीनों पहले किया गया, लेकिन प्रशासन की तरफ से दोषियों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. आजसू पार्टी के नेता ने कहा कि वह किसी भी कीमत पर सरकारी संपत्ति को लुटने नहीं देंगे चाहे वो गठबंधन पार्टी विधायक ढुल्लू महतो ही क्यों न हो. उन्होंने कहा कि दरीदा मौजा का जमीन और सरकारी रास्ता ठीक उसी प्रकार विधायक कब्जा करना चाह रहे हैं, जैसे उन्होंने लेढीडूमर मौजा के सैकड़ों एकड़ जमीन कब्जा किया है.
आजसू नेता ने कहा कि यह आंदोलन प्रखंड अंचल कार्यालय में किया है. अगर प्रशासन ठोस कदम भू-माफिया के खिलाफ नहीं उठाता, तो जिला से लेकर राज्य की राजधानी तक आंदोलन करने से पीछे नहीं रहेगी.