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धनबादः प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने प्रशासन से लगाई मदद की गुहार, जिला शिक्षा अधीक्षक को सौंपा ज्ञापन

कोरोना महामारी के कारण धनबाद में निजी स्कूलों की हालत खराब है. इसको लेकर प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने जिला शिक्षा अधीक्षक और उपायुक्त को एक ज्ञापन सौंपा. इस ज्ञापन में उन्होंने अभिभावकों से बच्चों की मासिक ट्यूशन फीस जमा करने की मांग की है.

dse को सौंपा ज्ञापन.
dse को सौंपा ज्ञापन.
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Published : Jul 2, 2020, 4:36 PM IST

धनबाद: झारखंड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने जिला शिक्षा अधीक्षक और उपायुक्त को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें उन्होंने पिछले 4 माह से कोविड-19 के चलते बंद सभी शैक्षणिक संस्थानों को खोलने की मांग की.

मासिक ट्यूशन फीस का भुगतान शून्य के बराबर
एसोसिएशन के सदस्यों ने कहा कि बंदी के कारण निजी विद्यालयों का शिक्षण शुल्क, मासिक ट्यूशन फीस का भुगतान भी शून्य के बराबर है. इस विकट परिस्थिति में भी गैर मान्यता प्राप्त, जो बहुत ही कम फीस में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देते हैं, ऐसे विद्यालय छात्रों के भविष्य को देखते हुए ऑनलाइन क्लासेस, ई लर्निंग के माध्यम से ऑनलाइन शिक्षण की व्यवस्था लगातार पिछले 4 माह से कर रहे हैं.

इसे भी पढ़ें- विरोध के बाद स्कूल प्रबंधन और अभिभावक के साथ एसडीओ की बैठक, गतिरोध हुआ समाप्त

शिक्षकों और कर्मचारियों को वेतन देने में परेशानी
सदस्यों ने कहा कि स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग के आदेशानुसार सभी नियमों को मानते हुए विद्यालय का संचालन किया जा रहा है, लेकिन फिर भी विद्यालय में अभिभावकों द्वारा मासिक ट्यूशन फीस जमा नहीं की जा रही है, जिसके कारण शिक्षकों और कर्मचारियों को वेतन देने में परेशानी हो रही है.

मासिक ट्यूशन फीस जमा करें
ज्ञापन के माध्यम से कहा कि एसोसिएशन शिक्षा विभाग से अनुरोध करता है कि विभाग की तरफ से अपील ऐसे अभिभावकों के लिए है जो अभिभावक नौकरी करते हैं, सक्षम हैं, वे अपने बच्चों की मासिक ट्यूशन फीस जमा करें, जिससे कि शिक्षकों और कर्मचारियों को वेतन दिया जा सके. ज्ञापन में कहा गया है कि देश के बड़े- स्तंभ के जोकि राष्ट्र निर्माता हैं, उन्हें आत्महत्या करने से बचाने की जरूरत है.

धनबाद: झारखंड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने जिला शिक्षा अधीक्षक और उपायुक्त को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें उन्होंने पिछले 4 माह से कोविड-19 के चलते बंद सभी शैक्षणिक संस्थानों को खोलने की मांग की.

मासिक ट्यूशन फीस का भुगतान शून्य के बराबर
एसोसिएशन के सदस्यों ने कहा कि बंदी के कारण निजी विद्यालयों का शिक्षण शुल्क, मासिक ट्यूशन फीस का भुगतान भी शून्य के बराबर है. इस विकट परिस्थिति में भी गैर मान्यता प्राप्त, जो बहुत ही कम फीस में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देते हैं, ऐसे विद्यालय छात्रों के भविष्य को देखते हुए ऑनलाइन क्लासेस, ई लर्निंग के माध्यम से ऑनलाइन शिक्षण की व्यवस्था लगातार पिछले 4 माह से कर रहे हैं.

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शिक्षकों और कर्मचारियों को वेतन देने में परेशानी
सदस्यों ने कहा कि स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग के आदेशानुसार सभी नियमों को मानते हुए विद्यालय का संचालन किया जा रहा है, लेकिन फिर भी विद्यालय में अभिभावकों द्वारा मासिक ट्यूशन फीस जमा नहीं की जा रही है, जिसके कारण शिक्षकों और कर्मचारियों को वेतन देने में परेशानी हो रही है.

मासिक ट्यूशन फीस जमा करें
ज्ञापन के माध्यम से कहा कि एसोसिएशन शिक्षा विभाग से अनुरोध करता है कि विभाग की तरफ से अपील ऐसे अभिभावकों के लिए है जो अभिभावक नौकरी करते हैं, सक्षम हैं, वे अपने बच्चों की मासिक ट्यूशन फीस जमा करें, जिससे कि शिक्षकों और कर्मचारियों को वेतन दिया जा सके. ज्ञापन में कहा गया है कि देश के बड़े- स्तंभ के जोकि राष्ट्र निर्माता हैं, उन्हें आत्महत्या करने से बचाने की जरूरत है.

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