धनबादः बासुदेवपुर कोलियरी के पीछे गड्ढे में कचरा डंपिंग करने पहुंचे नगर निगम के कर्मियों और पदाधिकारियों को स्थानीय लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा. नाराज लोगों ने नगर निगम के अधिकरियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और कचरा डंपिंग करने से रोक दिया. इस बाद की सूचना नगर निगम के पदाधिकारियों ने लोयाबाद पुलिस को दे दी. जानकारी मिलने पर लोयाबाद पुलिस डंपिंग स्थल पहुंच गई. पुलिस ने आक्रोशित लोगों को शांत कराने का प्रयास किया, लेकिन स्थानीय लोग मानने को तैयार नहीं थे. जिसके बाद पुलिस ने लोगों पर बल प्रयोग किया.
स्थानीय लोगों ने कचरा डंपिंग से जतायी बीमारी फैलने की आशंकाः वहीं, इस मामले में स्थानीय लोगों का कहना है कि दूसरे जगह का कचरा यहां क्यों गिराया जा रहा है. इससे यहां के लोगों को संक्रमण हो सकता है और बीमारी फैल सकती है. इस दौरान नगर निगम के पदाधिकारी और ग्रामीणों के बीच काफी नोक-झोंक हुई. जिसके बाद कचरा डंपिंग का विरोध करने वाली महिलाओं और युवकों के ऊपर पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया. जिसमें महिलाओं और बच्चों को चोट लगी है.
पुलिस का स्थानीय लोगों ने किया विरोधः वहीं मामले में सहायक नगर आयुक्त प्रकाश कुमार का कहना है कि यहां जो कचरा डंपिंग किया जाएगा, वो अस्थाई है. कचरा प्रबंधन प्लांट बनने के बाद सारा कचरा को यहां से उठा लिया जाएगा. वहीं पुलिस के द्वारा बल प्रयोग में नीलू देवी, रूपा देवी, सूरज भुईंया, सुजल कुमार सहित दर्जनों लोगों को हल्की-फुल्की चोट आईं है. वहीं मामले में स्थानीय महिला रूपा देवी का कहना है कि हमलोग नगर निगम का कचरा डंपिंग का विरोध कर रहे थे, लेकिन पुलिस ने हमलोग पर बल प्रयोग कर हमारी शांतिपूर्ण आंदोलन को कुचलने का काम किया है. प्रशासन ने जिस तरह आंदोलन को कुचलने का काम किया है वो एक लोकतांत्रिक देश के लिए खतरनाक है.