धनबाद: किसी शायर ने क्या खूब लिखा है-"जो उलझ कर रह गई है फाइलों के जाल में..गांव तक वह रौशनी आएगी कितने साल में..बूढ़ा बरगद साक्षी है किस तरह से खो गई..राम सुधि की झोपड़ी सरपंच की चौपाल में" लेकिन अब कहानी झोपड़ी से आवास तक पहुंच गई. पैसा निकला तो गरीबों के आवास के लिए लेकिन पता नहीं कहां अटक गया. रौशनी पहुंचती उससे पहले नोटिस पहुंच गया. धनबाद में प्रधानमंत्री आवास योजना में जमकर धांधली हो रही है. लाभुक को आवास योजना के लिए भुगतान नहीं हुआ लेकिन कानूनी कार्रवाई का नोटिस थमा दिया गया. गोविंदपुर प्रखंड के कुलेबेड़ा पंचायत के महुआ टोला के रहने वाले मजरूद्दीन अंसारी को आवास योजना की एक भी किश्त नहीं मिली लेकिन आवास नहीं बनाने को लेकर कानून कार्रवाई का नोटिस दे दिया गया.
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पैसे के बदल ने मिल गया नोटिस
मजरूद्दीन अंसारी की बहू रेवाना बीवी बताती हैं कि उनके ससुर के नाम पर नोटिस आया हुआ है. पैसा मिला नहीं तो घर कैसे बनवाएं. आवास योजना का एक भी किश्त नहीं मिला है. नोटिस में पूछा गया कि किश्त मिलने के बाद अब तक घर क्यों नहीं बनवाए. ऐसा ही एक और मामला मनताज मियां के साथ भी है. इन्हें भी आवास नहीं बनाने के लिए नोटिस थमा दिया गया है. मनताज मियां का कहना है कि उन्हें भी अब तक कोई पैसा नहीं मिला. अब स्थिति ऐसी है कि काम धंधा छोड़कर मनताज मियां कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं. अधिकारियों भी कभी मिलते हैं कभी नहीं मिलते.
अधिकारी बोले- डरें नहीं, कोई कार्रवाई नहीं होगी
इस मामले पर गोविंदपुर प्रखंड विकास पदाधिकारी का कहना है कि नोटिस मेरे ही कार्यालय से जारी हुआ है. अगर किसी को पैसा नहीं मिला और नोटिस थमा दिया गया है तो उन्हें डर ने की जरूरत नहीं है. उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी. जिस अकाउंट में पैसा गया है उसे सीज कर लिया जाएगा.