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धनबाद: बाघ दिखने पर इलाके में मचा कोहराम, छानबीन में जुटा वनविभाग - ईटीवी झारखंड

बाघमारा की ग्रामीण महिलाओं ने जब देर शाम बाघ देखने का दावा किया तो इलाके में कोहराम मच गया. इस जानकारी के बाद से ही ग्रामीण सहमे हुए दिखाई दिए. स्थानीय मुखिया गोपाल महतो ने इसकी सूचना वन अधिकारी और पुलिस को दी.

मुआयना करते रेंजर अजय कुमार मंजुल
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Published : Jul 27, 2019, 3:16 PM IST

Updated : Jul 27, 2019, 6:03 PM IST

धनबाद/बाघमारा: खानुडीह पंचायत अंतर्गत जमुनिया नदी से सटे जंगल मे लेडवाडीह की कुछ ग्रामीण महिलाओ ने शाम को बाघ देखने का दावा किया था. जिसके बाद स्थानीय मुखिया गोपाल महतो ने इसकी सूचना वन अधिकारी और बाघमारा पुलिस को दी.

देखें पूरी खबर
क्या है पूरा मामलाजानकारी मिलते ही जमुनिया जंगल पहुचे. उनके आने के बाद कुछ स्थानीय युवकों ने जंगल का मुआयना किया. इस दौरान उन्होंने कुछ जगहों पर बाघ के पैरों के निशान देखे. वन अधिकारी ने महिलाओं से पूछताछ की और बाघ तथा अन्य जानवरों के फोटो भी दिखाए गए. महिलाओं ने फोटो देख कर कुछ संशय किया और स्पष्ट रूप से बताने में असमर्थता जतायी.

धनबाद/बाघमारा: खानुडीह पंचायत अंतर्गत जमुनिया नदी से सटे जंगल मे लेडवाडीह की कुछ ग्रामीण महिलाओ ने शाम को बाघ देखने का दावा किया था. जिसके बाद स्थानीय मुखिया गोपाल महतो ने इसकी सूचना वन अधिकारी और बाघमारा पुलिस को दी.

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क्या है पूरा मामलाजानकारी मिलते ही जमुनिया जंगल पहुचे. उनके आने के बाद कुछ स्थानीय युवकों ने जंगल का मुआयना किया. इस दौरान उन्होंने कुछ जगहों पर बाघ के पैरों के निशान देखे. वन अधिकारी ने महिलाओं से पूछताछ की और बाघ तथा अन्य जानवरों के फोटो भी दिखाए गए. महिलाओं ने फोटो देख कर कुछ संशय किया और स्पष्ट रूप से बताने में असमर्थता जतायी.
Intro:स्लग -- महिलाओ ने देखा बाघ जांच को पहुचे वन अधिकारी
एंकर -- बाघमारा के खानुडीह पंचायत अंतर्गत जमुनिया नदी से सटे जंगल मे लेडवाडीह की कुछ ग्रामीण महिलाओ ने बुधवार देर शाम को बाघ को देखा था।जिसके बाद से ग्रामीण डरे सहमे है।स्थानीय मुखिया गोपाल महतो ने इसकी सूचना वन अधिकारी तथा बाघमारा पुलिस को दिया था।गुरुवार को तोपचाची रेंजर अजय कुमार मंजुल जमुनिया जंगल पहुचे।रेंजर के आने पर कुछ स्थानीय युवक पूरे जंगल का मुआयना किया।घण्टो जंगल के खाक छाना।कुछ जगहों पर बाघ के पैर जैसे निशान देखा गया।जिसकी जांच वन अधिकारी ने किया।ग्रामीणो को बाघ के पैर के निशान कैसा होता है उसके बारे में बताया गया।जिन महिलाओ ने बाघ देखने की बात गाव में बताया था।उन महिलाओं से वन अधिकारी ने पूछताछ की।बाघ तथा अन्य जानवरों के फोटो को दिखाया।महिलाओं ने फोटो देख कर कुछ संसय किया।बहुत स्पष्ट रूप से बता पाने में असमर्थता जताया।Body:वही प्रत्यक्षदर्शी महिला ने बताया कि कल शाम को कुछ महिलाएं जंगल को आई थी।बाघ जैसा जानवर देखे थे।भय से सभी भाग गई।गाव में इसकी सूचना दिए।वही बाघ देखने की सूचना पर जांच को आये वन अधिकारी ने बताया कि कुछ ग्रामीण महिला बाघ देखी थी।जिसकी सूचना स्थानीय मुखिया ने दिया था।यहां आने पर जंगल का मुआयना किया।कुछ पैर के निशान देखा गया।पैर के निशान देखने से बाघ का नही लगा।किसी ओर जानवर का हो सकता है।अगर यहाँ बाघ है तो यह बड़ी बात है।यह बड़ी उपलब्धि है।इससे यह स्पष्ट होता है कि यह समृद्ध जंगल है।गाँव वालों सतर्क रहें।बच्चों को अपने से दूर नही करे।बाघ एक स्थान पर नही ठहरता है।वह घूमते घूमते कही चला जाता है।बाघ जिंदा शिकार करता है जबकि अन्य बाघ जैसे दिखने वाले जानवर चोर शिकार होते है।

बाइट -- फाल्गुनी देवी(प्रत्यक्षदर्शी महिला)
बाइट --अजय कुमार मंजुल (तोपचाची रेंजर,वन अधिकारी)Conclusion:वही इस बाघ को देखने की खबर से पूरे क्षेत्र में डर का माहौल है।अभी कोई स्पष्ट से नही कहा जा रहा कि महिलाओं ने बाघ देखा था या बाघ जैसा कोई अन्य जानवर।
Last Updated : Jul 27, 2019, 6:03 PM IST
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