धनबादः जिला सत्र न्यायाधीश उत्तम आनंद को जिस ऑटो से टक्कर मारी गई थी, उस ऑटो के मालिक पुलिस गिरफ्त से बाहर है. ऑटो मालिक रामदेव लोहार की गिरफ्तारी को लेकर पाथरडीह पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है, लेकिन अब तक सफलता नही मिली है.
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शनिवार को पाथरडीह थाना प्रभारी उमेश मांझी और सुदामडीह थाना प्राभारी आदित्य कुमार नायक के नेतृत्व में गुलगुलिया पट्टी के कई घरों और रामदेव लोहार के घर में छापेमारी की, लेकिन रामदेव गिरफ्तार नहीं हुआ. पुलिस ने बताया कि ऑटो मालिक रामदेव लोहार पूर्व में भी कई बार चोरी के आरोप में जेल जा चुका है. ऑटो बरामद कर लिया गया है, जो रामदेव के पत्नी सुगनी देवी के नाम से है. पुलिस ने बताया कि रामदेव की गिरफ्तारी के बाद जज मौत मामले में कई अहम सुराग मिल सकता है. वहीं, रामदेव की दूसरी पत्नी नीलम देवी और छोटे भाई से पूछताछ की गई है, ताकि रामदेव का सुराग मिल सके.
घटनास्थल पर पहुंची एसआईटी की टीम
छापेमारी टीम में पाथरडीह पुलिस प्राभारी उमेश मांझी, सुदामडीह प्राभारी आदित्य कुमार नायक के साथ साथ रौशन दुबे, अभिजीत कुमार मौजूद थे. इसके साथ ही एसआईटी की टीम घटनास्थल पहुंची और जांच की. हालांकि, इस मामले में पुलिस कुछ भी बात करने से इंकार कर रही है.
क्या है मामला
जिला एवं सत्र न्यायाधीश उत्तम आनंद हर दिन की तरह 28 जुलाई को मॉर्निंग वॉक के लिए निकले. इसी दौरान ऑटो ने उन्हें टक्कर मार दी, जिससे जज गंभीर रूप से घायल होकर सड़क पर गिर गए. इसके बाद दूसरे ऑटो से SNMMCH पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. इस घटना में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. मामले में झारखंड सरकार ने सीबीआई जांच की अनुशंसा कर दी है.