टुंडी,धनबाद: रेलवे के अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाए जाने के कारण एक परिवार पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है. पहले तो रेलवे ने इनकी दुकान को अतिक्रमण के नाम पर छीन लिया, उसके बाद दुर्गा पाड़ा कॉलोनी में रहने का घर भी तोड़ दिया. दुकान और घर टूटने के बाद इस घर का मुखिया श्याम लाल इस कदर सदमे में चला गया और उसकी जान चली गई.
श्यामल मंडल की पत्नी ने बताया कि 'हम लोग का दुकान लगभग 10 सालों से थी, लेकिन रेलवे ने 4 फरवरी को हमारी दुकान और मकान एक साथ तोड़ दिया. इसके बाद हमारा परिवार उसी टूटे मकान में रहता था'.
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मृतक की पत्नी ने बताया कि दुकान और मकान तोड़े जाने के बाद उसके पति हमेशा चिंतित रहने लगे. इसी बीच उनकी मौत शनिवार की सुबह हो गई. महिला कहती है कि 'हमारे छोटे-छोटे बच्चे हैं, जिन्हें देखने वाला कोई नहीं है'. मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है. इस घटना के कारण लोगों में रेलवे के प्रति काफी आक्रोश है.