धनबाद,रांचीः लालू प्रसाद यादव की सजा पर सियासी दलों की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. धनबाद के कतरास पहुंचे विधायक सरयू राय ने लालू प्रसाद यादव को हुई सजा पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि लालू यादव को तो उनके किए की सजा अदालत ने सुना दी है, इस पर ज्यादा खुशी और दुःख व्यक्त करने की जरूरत नहीं है. लेकिन पूर्व की सरकार में शामिल मुख्यमंत्री, कैबिनेट के मंत्री व पदाधिकारियों के ऊपर भी जांच के बाद कार्रवाई होनी चाहिए. भ्रष्टाचार से जुड़े सारे साक्ष्य सरयू राय ने सौंपने की भी बात कही है.
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मीडिया से बातचीत के दौरान विधायक सरयू राय ने कहा कि लालू का यह बड़ा मामला था, सभी को मालूम था कि इसमें लालू को सजा होगी. जिस सिस्टम में लालू फंसे उसमें सजा होना पहले से ही तय था. लेकिन यह भी देखने की बात है कि बाकी लोग भी जो इस तरह के काम मे संलिप्त हैं, उनके खिलाफ केंद्र और राज्य की सरकार आखिर क्या कर रही है. चाहे वह क्षेत्रीय पार्टी हो या राष्ट्रीय पार्टी उनके खिलाफ राज्य सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए.
झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधानसभा में मुख्य सचेतक और जेएमएम विधायक मथुरा महतो ने कहा कि यह न्यायालय का फैसला है और इस पर टीका टिप्पणी ठीक नहीं है. लेकिन यह एक सच्चाई है कि जब लालू प्रसाद बिहार के मुख्यमंत्री बनें तब बिहार (जिसमें झारखंड भी शामिल था) में पिछड़ों का उत्थान हुआ. मथुरा महतो ने कहा कि इसमें कोई शक नहीं है कि पिछड़ी जातियों को उनके हक और अधिकार के प्रति जागरूक किया. झामुमो के सचेतक मथुरा महतो ने भाजपा नेता सीपी सिंह या अन्य नेताओं के नाम लिए बगैर उनके बयानों की मथुरा महतो ने निंदा करते हुए कहा कि लालू की संपत्ति जब्त करना या उनकी सजा बढ़वाने की बात कहना कहीं से भी सही नहीं है.