धनबाद: निरसा एमपीएल गेट को विस्थापितों ने झारखंड मुक्ति मोर्चा के बैनर तले पूरी तरह जाम कर धरना पर बैठ गए. जिसके कारण ट्रांसपोर्टिंग बाधित हो गई. कोयला ढुलाई में लगे हाइवा की लंबी कतार लग गई. आश्वासन के बाद शेष बचे हुए रैयतों को नियोजन नहीं देने का आरोप विस्थापित मोर्चा ने लगाया है. मांगें पूरी नहीं होने तक आंदोलन जारी रखने की बात मोर्चा ने कही है.
एमपीएल प्रबंधन से वार्ता
विस्थापित मोर्चा के राम रंजन प्रसाद का कहना है कि साल 2020 के फरवरी महीने में जिला प्रशासन की पहल पर एमपीएल प्रबंधन से वार्ता हुई थी. जिसमें शेष बच्चों रैयतों को नियोजन देने का एमपीएल प्रबंधन ने आश्वासन दिया था. लेकिन साल भर बीत जाने के बाद भी प्रबंधन ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया.
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बाहरी लोगों से लिया जा रहा है काम
राम रंजन प्रसाद का कहा कि कंपनी में बाहरी लोगों से कार्य लिया जा रहा है. लेकिन स्थानीय लोगों को काम पर नहीं रखा जा रहा है. जिसके कारण स्थानीय युवा बेरोजगार बैठे हैं. शेष बचे हुए रैय्यत और स्थानीय लोगों को कंपनी में नियोजन देने की मांग मोर्चा ने की है. मांगें पूरी नहीं होने तक आंदोलन जारी रखने की चेतावनी मोर्चा ने दी है.