धनबादः जिले के बलियापुर प्रखंड के गोलमारा में जल मीनार निर्माण कार्य चल रहा है. निर्माण कार्य में लगे मजदूर बिना सुरक्षा कवच के काम करने को मजबूर हैं. स्थिति यह है कि मजदूर कब मौत के आगोश में समा जाए, कहना मुश्किल है.
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गोलमारा में जलापूर्ति व्यवस्था को दुरुस्त करने को लेकर जलमीनार बनाया जा रहा है, ताकि लोगों को पीने के पानी की दिक्कत नहीं हो. लेकिन मजदूर जान हथेली पर रखकर काम कर रहे हैं. सेफ्टी का ख्याल रखे बिना सैकड़ों फिट ऊपर चढ़कर मजदूर काम करते दिख रहे हैं. इन मजदूरों को ना सेफ्टी बेल्ट दिया गया है और ना ही पैरों में जूता. इस स्थिति में एक छोटी-सी चूक से बड़ी दुर्घटना हो सकती है.
जलापूर्ति विभाग का काम
ठेकेदार को इन मजदूरों की सुरक्षा का थोड़ा भी ध्यान नहीं है. दरअसल, जलापूर्ति विभाग की ओर से टेंडर के माध्यम से एजेंसी चयनित की गई. चयनित एजेंसी काम शुरू कर दी, लेकिन विभागीय अधिकारी कभी स्थल निरीक्षण करने नहीं पहुंचे. स्थिति यह है कि एजेंसी अपने मन मुताबिक काम कर रही है.
निर्माण स्थल से गायब है विभागीय इंजीनियर
एजेंसी के मैनेजर सुमन ने बताया कि सेफ्टी का पूरा ख्याल रखा जा रहा. निर्माण स्थल पर किसी तरह की दुर्घटना नहीं होने दिया जाएगा. बता दें कि जलमीनार के निर्माण में सबसे बड़ी भूमिका विभागीय इंजीनियर की होती है. इंजीनियर की देखरेख में ही कार्य पूरा करना होता है, लेकिन निर्माण स्थल से विभागीय इंजीनियर गायब है, जिसका लाभ एजेंसी उठा रही है.