धनबादः जिले की टुंडी विधानसभा सीट अभी तक हॉट सीट बनी हुई है. धनबाद में नामांकन शुरू हो गया है. 16 दिसंबर को धनबाद की सभी 6 विधानसभा सीटों पर चुनाव होना है. ऐसे में आजसू और झारखंड विकास मोर्चा ने अभी तक अपने-अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा भी नहीं की है. इस विधानसभा सीट पर जदयू ने आईआईटी खड़गपुर से मेकैनिकल इंजीनियर केके तिवारी को मैदान में उतारा है.
पढ़े लिखे उम्मीदवार को दें वोट
टुंडी से जदयू प्रत्याशी केके तिवारी का कहना है कि उन्होंने 5 सालों से विधानसभा क्षेत्र के लोगों की सेवा की है. उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि साफ छवि और पढ़े लिखे लोग भी राजनीति में आ रहे हैं, ऐसे में जनता उन्हें वोट दें. उनका कहना है कि वे टुंडी विधानसभा के मतदाता भी हैं और यहां की समस्याओं से भलीभांति अवगत हैं. जदयू प्रत्याशी का कहना है कि टुंडी विधानसभा की गिनती अत्यंत ही पिछड़े विधानसभा में होती है. यहां की सबसे बड़ी समस्या पलायन की समस्या है. इसके साथ ही यहां के किसानों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. यहां पर सिंचाई का कोई भी साधन मौजूद नहीं है, जबकि पंजाब और हरियाणा में किसान काफी खुश हैं.
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नीतीश के विकास मॉडल से प्रभावित
टुंडी विधानसभा की बात अगर छोड़ भी दें तो भी जनता दल यूनाइटेड का पूरे झारखंड में कोई विशेष जनाधार नहीं है. केके तिवारी मेकैनिकल इंजीनियर हैं. ऐसे में जदयू को ही क्यों चुना इसके सवाल पर उन्होंने कहा कि जिस समय झारखंड अलग हुआ था उसमें सारी खनिज संपदा झारखंड में आ गई थी. लोग बिहार के बारे में कहते थे कि बिहार में लालू और बालू ही बच गया है, लेकिन उसके बाद भी नीतीश कुमार ने बिहार में विकास की एक नई रेखा खींच डाली है.
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जदयू प्रत्याशी ने कहा कि भाजपा की वर्तमान सरकार झारखंड में स्कूलों को बंद कर सरकारी शराब की दुकानें खोल रही हैं. ऐसे में लोगों का भला कैसे होगा यह समझने वाली बात है. उन्होंने कहा कि अगर जनता मुझे अपना आशीर्वाद देती है तो शराबबंदी की दिशा में सार्थक प्रयास किया जाएगा.
बता दें कि भाजपा ने पूर्व सांसद रविंद्र पांडेय के बेटे विक्रम पांडे को टुंडी से टिकट दिया है. वहीं, पूर्व मंत्री मथुरा महतो को झामुमो ने अपना प्रत्याशी बनाया है. आजसू ने अपना उम्मीदवार अभी तक यहां नहीं दिया है.