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BCCL वाशरी डिवीजन के चीफ मैनेजर ने की ईटीवी भारत से खास बातचीत, कहा- पावर सेक्टर को कोकिंग कोल की सप्लाई मजबूरी

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Published : Jan 13, 2020, 2:47 AM IST

Updated : Jan 13, 2020, 6:37 AM IST

धनबाद में बीसीसीएल वाशरी डिवीजन के चीफ मैनेजर स्वरूप कुमार दत्ता ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि आधुनिक वाशरी नहीं होने के कारण कोकिंग कोल को स्टील प्लांट में न भेजकर मजबूरन पावर प्लांट में भेजना पड़ रहा है. साल 2023-24 तक सात नए वाशरी बनकर तैयार हो जाएंगे.

Interview with  Swaroop Kumar Dutta, Chief Manager, BCCL Washery Division in dhanbad
स्वरूप कुमार दत्ता

धनबाद: बीसीसीएल वाशरी डिवीजन के चीफ मैनेजर स्वरूप कुमार दत्ता ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि आधुनिक वाशरी नहीं होने के कारण कोकिंग कोल को स्टील प्लांट में न भेजकर मजबूरन पावर प्लांट में भेजना पड़ रहा है. अगले एक साल में इस कमी को दूर कर उत्तम किस्म की कोकिंग कोल की सप्लाई की जाएगी.

देखें पूरी खबर
स्वरूप कुमार दत्ता ने कहा कि पूरे देश की सभी वाशरियों को आधुनिक बनाने में जुटे है. हमारे वाशरी पुराने हो चुके है. इनमे सही से कोयला वाश नहीं हो पाता है, जिस कारण इसे पावर सेक्टर में भेजना पड़ता है, लेकिन यह हमारी मजबूरी है जबकि कोकिंग कोल की सप्लाई स्टील प्लांट में होनी चाहिए.

ये भी देखें- रांची में सजा तिलकुट बाजार, दूसरे राज्यों से भी खरीदने पहुंच रहे हैं लोग

वहीं, उन्होंने कहा कि इस स्थिति से निपटने के लिए हम सभी प्रयासरत है. साल 2023-24 में सात नए वाशरी बनकर तैयार हो जाएंगे. इनमे से एक दहिबाड़ी वाशरी तैयार हो चुका है, अगले एक साल में यह प्रगति नजर आने लगेगी. फिलहाल पुराने 6 वाशरियों से काम चल रहा है. उत्तम किस्म के कोयले को इनमें वाश किया जा रहा है. कम गुणवत्ता के कोयले को इनमे वाश करना मुनासिब नहीं है, लेकिन यह कमी भी जल्द ही दूर हो जाएगी.

धनबाद: बीसीसीएल वाशरी डिवीजन के चीफ मैनेजर स्वरूप कुमार दत्ता ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि आधुनिक वाशरी नहीं होने के कारण कोकिंग कोल को स्टील प्लांट में न भेजकर मजबूरन पावर प्लांट में भेजना पड़ रहा है. अगले एक साल में इस कमी को दूर कर उत्तम किस्म की कोकिंग कोल की सप्लाई की जाएगी.

देखें पूरी खबर
स्वरूप कुमार दत्ता ने कहा कि पूरे देश की सभी वाशरियों को आधुनिक बनाने में जुटे है. हमारे वाशरी पुराने हो चुके है. इनमे सही से कोयला वाश नहीं हो पाता है, जिस कारण इसे पावर सेक्टर में भेजना पड़ता है, लेकिन यह हमारी मजबूरी है जबकि कोकिंग कोल की सप्लाई स्टील प्लांट में होनी चाहिए.

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वहीं, उन्होंने कहा कि इस स्थिति से निपटने के लिए हम सभी प्रयासरत है. साल 2023-24 में सात नए वाशरी बनकर तैयार हो जाएंगे. इनमे से एक दहिबाड़ी वाशरी तैयार हो चुका है, अगले एक साल में यह प्रगति नजर आने लगेगी. फिलहाल पुराने 6 वाशरियों से काम चल रहा है. उत्तम किस्म के कोयले को इनमें वाश किया जा रहा है. कम गुणवत्ता के कोयले को इनमे वाश करना मुनासिब नहीं है, लेकिन यह कमी भी जल्द ही दूर हो जाएगी.

Intro:धनबाद।बीसीसीएल वाशरी डिवीजन के चीफ मैनेजर स्वरूप कुमार दत्ता ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की।इस दौरान उन्होंने कहा कि आधुनिक वाशरी नही होने के कारण कोकिंग कोल को स्टील प्लांट में न भेजकर मजबूरी वश पावर प्लांट में भेजना पड़ रहा है।अगले एक साल में इस कमी को दूर कर उत्तम किस्म की कोकिंग कोल की सप्लाई की जाएगी।


Body:स्वरूप कुमार दत्ता ने कहा कि पूरे देश की सभी वाशरियों को आधुनिक बनाने में जुटे हैं।हमारे वाशरी पुराने हो चुके हैं।इनमे सही से कोयला वाश नही हो पाता है।जिस कारण इसे पावर सेक्टर में भेजना पड़ता है।लेकिन यह हमारी मजबूरी है।जबकि कोकिंग कोल की सप्लाई स्टील प्लांट में होनी चाहिए।

लेकिन इस स्थिति से निपटने के लिए हम सभी प्रयासरत हैं।2023-24 में सात नए वाशरी बनकर तैयार हो जाएंगे।इनमे से एक दहिबाड़ी वाशरी तैयार हो चुका है।अगले एक साल में यह प्रगति नजर आने लगेगी।

फिलहाल पुराने 6 वाशरियों से काम चल रहा है।उत्तम किस्म के कोयले को इनमें वाश किया जा रहा है।कम गुणवत्ता के कोयले को इनमे वाश करना मुनासिब नही है।लेकिन यह कमी भी जल्द ही दूर हो जाएगी।


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Last Updated : Jan 13, 2020, 6:37 AM IST
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