धनबाद: जिले की छह विधानसभा सीटों में से दो बीजेपी प्रत्याशियों का टिकट काटा गया है, जिसमें एक सिंदरी विधानसभा से सीटिंग विधायक फूलचंद मंडल और दूसरा निरसा विधानसभा क्षेत्र के गणेश मिश्रा का टिकट है, जो पिछली बार के चुनाव में निरसा विधानसभा क्षेत्र से दूसरे पायदान पर थे. वर्तमान में मासस के अरूप चटर्जी निरसा के विधायक हैं. वे तीन बार निरसा का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. इस बार फिर से वे निरसा से मासस के प्रत्याशी बनाए गए हैं.
अधूरी योजनाओं को किया जाएगा पूरा
ईटीवी भारत ने निरसा विधायक अरूप चटर्जी से बात कर उनकी प्राथमिकता के बारे में सवाल किया तो उनका कहना है कि उनके कार्यकाल में जो योजनाएं अधूरी रह गई उसे पूरा करना उनकी सबसे पहली प्राथमिकता होगी. वहीं उन्होंने कहा कि उनके कार्यकाल में कल-कारखानों की बंदी हुई है पर उन्होंने यह भी कहा कि सिर्फ उनके क्षेत्र की बात नहीं है यह पूरे देश की बात है. यहां तक कि रघुवर दास के क्षेत्र में भी काफी कल-कारखाने बंद हुए हैं.
ये भी पढ़ें: मुंडा सरकार में थे उपमुख्यमंत्री, तख्ता पलट के बाद संभाली मुख्यमंत्री की गद्दी
महागठबंधन पर कुछ भी साफ नहीं
महागठबंधन में रहने को लेकर उन्होंने कहा कि अभी तक कुछ स्पष्ट नहीं है. अटकलें हैं कि निरसा विधानसभा सीट से जेएमएम प्रत्याशी नहीं देगा और वहां पर मासस को जेएमएम का समर्थन मिलेगा. वही सिंदरी विधानसभा सीट पर मासस और जेएमएम दोनों ने ही अपना प्रत्याशी दे दिया है. मासस से आनंद महतो और जेएमएम के टिकट से फूलचंद मंडल का नाम घोषित हो चुका है. दूसरी तरफ विधायक अरूप चटर्जी ने निरसा विधानसभा सीट से जेएमएम के उम्मीदवार नहीं दिए जाने के मामले में कहा कि इसपर अभी तक कोई अधिकारिक घोषणा नहीं हुई है.
अरूप चटर्जी ने अपनी प्राथमिका, कमजोरियों को बताते हुए यह भी कहा कि उन्हें पूरा भरोसा है कि इस विधानसभा चुनाव में उन्हें जनता का भरपूर सहयोग मिलेगा. इस बार निरसा विधानसभा सीट से वे इतने वोटों से जीतेंगे कि यह रिकॉर्ड होगा.