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धनबाद में बकाए वेतन की मांग को लेकर स्वास्थ्यकर्मियों ने किया हड़ताल, ठप हुआ कोरोना वैक्सीनेशन अभियान - Dhanbad News

धनबाद में कोरोना वैक्सीनेशन अभियान स्वास्थ्य कर्मियों के हड़ताल में जाने के कारण ठप पड़ गया है. यह अभियान 1 जून को शुरू हुआ था, जिसके तहत 1 जुलाई तक शत प्रतिशत टीकाकरण लक्ष्य पूरा करना था.

Health workers on strike in Dhanbad demanding salary arrears
Health workers on strike in Dhanbad demanding salary arrears
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Published : Jun 20, 2022, 12:00 PM IST

धनबाद: कोयलांचल धनबाद में कोरोना वैक्सीनेशन का अभियान बीच में ही बंद हो गया है. दरअसल जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से टीकाकरण के लक्ष्य को पूरा करने के लिए 1 जून से वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत की गई थी. अभियान के तहत 1 जुलाई तक सीएचसी से लेकर प्रखंड स्तर शत प्रतिशत टीकाकरण लक्ष्य को पूरा करना था. इसके लिए सर्वे के तहत टीम का गठन भी किया गया था लेकिन, टीकाकरण करने वाले आउटसोर्सिंग कर्मी हड़ताल पर चले गए हैं और यह अभियान बीच में ही ठप पड़ गया है.

इसे भी पढ़ें: झारखंड में दिसंबर तक बर्बाद हो सकता है 34.76 लाख कोरोना वैक्सीन डोज, स्वास्थ्य विभाग हुआ अलर्ट

क्यों हड़ताल पर हैं आउटसोर्सिंग कर्मी: सिविल सर्जन कार्यालय के सामने कोरोना टेस्टिंग, वेक्सिनेशन करने वाले आउटसोर्सिंग कर्मियों ने 13 माह के बकाये भुगतान नहीं दिए जाने के विरोध में धरना दिया. सीएस कार्यालय के सामने नारेबाजी कर अपनी नराजगी जताई. 13 माह के भुगतान नहीं दिए जाने के कारण जिला के सभी प्रखंडो में कोरोना कर्मी कार्य बहिष्कार करते हुए हड़ताल पर चले गए हैं. कोरोना कर्मियों के हड़ताल में जाने की घोषणा के बाद कोरोना टेस्टिंग, वैक्सीनेशन कार्य बाधित (Vaccination interrupted in Dhanbad) हो गया है.

भुगतान के बाद काम पर लौटेंगे कर्मी: टीकाकरण करने वाला आउटसोर्सिंग कर्मी पीयूष सहाय ने कहा कि कोरोना काल मे टेस्टिंग, वैक्सीनेशन को लेकर उनलोगों की बहाली की गई थी. स्वास्थ्य विभाग द्वारा पिछले 13 माह से वेतन नहीं दिया गया है. अब हालात ये हो गई है कि काम पर आने के लिये पैसे उधार लेने पड़ रहे हैं. उन्होंने बताया कि 100 से 150 कर्मी हैं, सभी की स्थिति खराब हो चुकी है. इस कारण सभी हड़ताल पर चले गए हैं. बकाया भुगतान होने के बाद ही वे काम पर लौटेंगे.

धनबाद: कोयलांचल धनबाद में कोरोना वैक्सीनेशन का अभियान बीच में ही बंद हो गया है. दरअसल जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से टीकाकरण के लक्ष्य को पूरा करने के लिए 1 जून से वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत की गई थी. अभियान के तहत 1 जुलाई तक सीएचसी से लेकर प्रखंड स्तर शत प्रतिशत टीकाकरण लक्ष्य को पूरा करना था. इसके लिए सर्वे के तहत टीम का गठन भी किया गया था लेकिन, टीकाकरण करने वाले आउटसोर्सिंग कर्मी हड़ताल पर चले गए हैं और यह अभियान बीच में ही ठप पड़ गया है.

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क्यों हड़ताल पर हैं आउटसोर्सिंग कर्मी: सिविल सर्जन कार्यालय के सामने कोरोना टेस्टिंग, वेक्सिनेशन करने वाले आउटसोर्सिंग कर्मियों ने 13 माह के बकाये भुगतान नहीं दिए जाने के विरोध में धरना दिया. सीएस कार्यालय के सामने नारेबाजी कर अपनी नराजगी जताई. 13 माह के भुगतान नहीं दिए जाने के कारण जिला के सभी प्रखंडो में कोरोना कर्मी कार्य बहिष्कार करते हुए हड़ताल पर चले गए हैं. कोरोना कर्मियों के हड़ताल में जाने की घोषणा के बाद कोरोना टेस्टिंग, वैक्सीनेशन कार्य बाधित (Vaccination interrupted in Dhanbad) हो गया है.

भुगतान के बाद काम पर लौटेंगे कर्मी: टीकाकरण करने वाला आउटसोर्सिंग कर्मी पीयूष सहाय ने कहा कि कोरोना काल मे टेस्टिंग, वैक्सीनेशन को लेकर उनलोगों की बहाली की गई थी. स्वास्थ्य विभाग द्वारा पिछले 13 माह से वेतन नहीं दिया गया है. अब हालात ये हो गई है कि काम पर आने के लिये पैसे उधार लेने पड़ रहे हैं. उन्होंने बताया कि 100 से 150 कर्मी हैं, सभी की स्थिति खराब हो चुकी है. इस कारण सभी हड़ताल पर चले गए हैं. बकाया भुगतान होने के बाद ही वे काम पर लौटेंगे.

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