धनबाद: एक बार फिर से धनबाद में आग ने तबाही मचाई है. इस आग ने एक बार फिर से आशीर्वाद टावर में लगी आग के मंजर की याद दिला दी. इस भीषण आग में तीन जिंदगियां खत्म हो गईं. जबकि तीन का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है. हादसे के दौरान रेस्क्यू करने पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा. जिसकी वजह से वे मौके पर देर से पहुंची और नुकसान ज्यादा हुआ.
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धनबाद के केंदुआ बाजार का ज्वेलरी पट्टी इलाका बेहद संकीर्ण गलियों वाला है. इन पतली गलियों की वजह से ही दमकल की बड़ी गाड़ी घटनास्थल तक नहीं पहुंच सकी. करीब 300 फीट की दूरी पर बड़े दमकल वाहन को रखा गया था. जिससे आग बुझाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा. हालांकि आग पर काबू तो पा लिया गया, लेकिन इस आग ने तीन जिंदगियों को भस्म कर दिया.
ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान फायर ब्रिगेड के अधिकारी लक्ष्मण प्रसाद ने कहा कि हमारी टीम के पहुंचने के पहले लोग मौके पर पूरी तरह से सक्रिय नजर आए. लोग अपनी घरों से मोटर पंप में पाइप लगाकर आग पर काबू पाने की कोशिश में जुटे रहे. उनके द्वारा मकान में फंसे लोगों की सीढ़ी के सहारे रेस्क्यू किया जा रहा था. आग की लपटों और धुंए की गुब्बार में फंसे तीन को बाहर निकाल लिया गया था. हमारी टीम के द्वारा तीन लोगों को मकान के अंदर से निकाला गया.
लक्ष्मण प्रसाद ने बताया कि गलियां काफी संकीर्ण थी, जिस कारण दमकल के बड़े वाहन को 300 फीट की दूरी पर रखा गया था. छोटे वाहन से आग पर काबू पाया गया. जिस कारण काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. दुकान से ऊपर मकान जाने वाली सीढ़ी काफी संकीर्ण थी. एक आदमी भी मुश्किल से चढ़ उतर सकता है. सीढ़ी पूरी तरह से पैक थी. जिस कारण बंद दुकान में आग लगने के बाद आग सीढ़ी की गैलरी से होते हुए मकान तक तेजी से पहुंच गई. लोगों द्वारा लगाए गए आरोपों पर उन्होंने कहा कि सूचना मिलने के बाद वे खुद मौके पर पहुंचे. लोगों द्वारा दमकल वाहन के विलंब से पहुंचने की बात से उन्होंने साफ इनकार किया.