धनबादः जिला जल एवं स्वच्छता समिति धनबाद की ओर से आज डीपीएमयू सभागार बेकारबांध में जल सहियाओं को प्रशिक्षण दिया गया. कार्यक्रम में जिला के सभी दस प्रखंडों से कुल 53 जल सहियाओं को प्रशिक्षण दिया गया और किट का वितरण किया गया, प्रशिक्षण कार्यक्रम दो पालियों में किया गया. जिसमें उन्हें एक दिवसीय फील्ड टेस्ट किट और एच2एस किट से जल जांच करने की ट्रेनिंग दी गई साथ ही किट वितरण का कार्यक्रम भी आयोजित की गई.
इस अवसर पर पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल -1 के कार्यपालक अभियंता मनीष कुमार एवं पेयजल स्वच्छता प्रमंडल संख्या 2 के कार्यपालक अभियंता भिखराम भगत ने जल सहियाओं को पानी से होने वाले विभिन्न प्रकार के रोगों के बारे में बताया. साथ ही प्रशिक्षण के बाद वैसे पेयजल स्रोत से ग्रामीणों को दूर रखने की हिदायत दी गई जो स्रोत जल जांच के बाद पीने योग्य ना मिले. कुमार ने बताया कि प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र में मुख्य पेयजल स्रोत चापाकल के पानी की गुणवत्ता की जांच करना है. जिससे पानी से होने वाले रोगों से ग्रामीणों को बचाया जा सके. उन्होंने बताया कि जल जांच में मुख्य रूप से आयरन फ्लोराइड, पीएच, टीडीएस, अलकाइन बैक्टीरिया की जांच प्रमुख है.
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फील्ड टेस्ट किट की विस्तृत जानकारी
भेलाटांड़ स्थित जल जांच प्रयोगशाला के तकनीकी सहायक शांत गोराई ने फील्ड टेस्ट किट के द्वारा जल जांच के बारे में विस्तार पूर्वक बताया. जिला समन्वयक प्रेम सिन्हा, पवन गुप्ता एवं असलम हुसैन ने जलसहियाओं को जल जीवन मिशन के तहत होने वाले कार्यक्रमों को विस्तार पूर्वक रखा एवं सभी से सहयोग की अपेक्षा की बात कही.
दो पाली में हुआ प्रशिक्षण
पहली पाली मे निरसा, गोविंदपुर, एग्यारकुंड, कलियासोल के कुल 21 जल सहियाओं को प्रशिक्षण दिया गया. दूसरी पाली में धनबाद, बलियापुर, बाघमारा, तोपचांची, पूर्वी टुंडी, टुंडी के कुल 32 जलसहियाओ को प्रशिक्षण दिया गया,