धनबाद: जिला में ईटीवी भारत की खबर का असर (etv bharat impact) हुआ है. पिछले दिनों ईटीवी भारत ने बाघमारा प्रखंड के पातामाहुल गांव के रहने वाले 70 साल के फागू महतो की खबर प्रकाशित की थी. खबर के माध्यम से ये दिखाया गया था कि किस तरह से फागू ने अपने पिता के सपने को पूरा करने के लिए बिना किसी सरकारी मदद के गैंता और कुदाल लेकर खुद 25 सालों से मेहनत कर तालाब खोद डाला. इसी कड़ी में टुंडी विधायक मथुरा महतो और बाघमारा के बीडीओ फागू महतो से मिलकर उन्हें सम्मानित किया. इसके अलावा उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने और तालाब के सौंदर्यीकरण कराने का आश्वासन दिया.
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मथुरा महतो ने कहा कि किसान कुछ भी कर सकते हैं. वो अपना काम अपने आप करने में सक्षम हैं. किसान जल्दी किसी तरह की सरकारी मदद नहीं लेना चाहते हैं. उन्होंने फागू महतो की हौसला अफजाई करते हुए कहा कि अन्य लोगों को भी इनसे सीख लेने की आवश्यकता है. विधायक ने फागू की ओर से खोदे गए तालाब का सौंदर्यीकरण कराने का आश्वासन दिया है. इसके साथ ही सरकार की ओर से दी जाने वाली योजनाओं का लाभ भी इन्हें दिया जाएगा. मौके पर मौजूद बाघमारा बीडीओ सुनील कुमार प्रजापति को योजनाओं का लाभ देने का निर्देश दिया है.
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फागू महतो के पिता भरत महतो संयुक्त परिवार में भाइयों के साथ रहते थे. तालाब में मछली पालन कर सभी का गुजर बसर चलता था. एक दिन मछली बंटवारे को लेकर (Controversy over fish sharing) आपस में विवाद हो गया. विवाद इतना बढ़ा कि भरत के भाइयों ने हिस्से में तालाब देने से मना कर दिया. यही नहीं, एकलौते बेटे फागू महतो को जान से मारने की धमकी भी दे डाली, जिसके चलते भरत महतो ने अपने बेटे फागू के लिए खुद से तालाब तालाब की खुदाई करने का निर्णय लिया. भरत ने तालाब की खुदाई शुरू की, लेकिन कुछ समय बाद उनका देहांत हो गया. पिता की मौत के बाद फागू ने करीब 25 साल में कड़ी मेहनत कर खुद गैंता और कुदाल से तालाब खोद डाला.