धनबादः जिले में कोरोना संक्रमण दिन-ब-दिन पैर पसारता जा रहा है, जिसे फैलने से रोकने के लिए जिला प्रशासन तमाम कोशिशें कर रहा है. इसी क्रम में उपायुक्त ने कोविड के दौरान ड्यूटी में कार्यरत कर्मियों को प्रोत्साहन राशि देने का निर्णय लिया है. वहीं, कर्मियों को नियमित वेतन का भुगतान के साथ-साथ कोविड-19 ड्यूटी में लगे चिकित्सकों और पारा चिकित्सकों के ठहरने के लिए गेस्ट हाउस को अधिग्रहित किया है.
335 कर्मियों के बैंक खाते में भेजे जाएंगे रुपये
धनबाद उपायुक्त उमा शंकर सिंह ने 16 एवं 17 अगस्त को आरएटी किट से कोरोना जांच के लिए विशेष अभियान चलाया था. इस संबंध में उपायुक्त ने बताया कि दो दिवसीय स्पेशल ड्राइव में 335 पारा मेडिकलकर्मी, विलेज लेवल इन्युमरेटर (वीएलई), ड्राइवर, एमपीडब्ल्यू को प्रतिनियुक्त किया गया था. जिला प्रशासन ने इनको प्रोत्साहन राशि का भुगतान करने का निर्णय लिया है. बीसीसीएल ने कोविड-19 के रोकथाम और उपचार के लिए कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (सीएसआर) मद में उपलब्ध राशि से सभी 335 कर्मियों के बैंक खाते में 13,4100 रुपये भेजे गए हैं. जिले के 100, झरिया के 82, एग्यारकुंड के 50, बलियापुर के 41, गोविंदपुर के 21, निरसा के 18, बाघमारा के 16 और तोपचांची के 7 लोगों के बैंक खाते में राशि भेजी गई है.
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नियमित वेतन का भुगतान करने का आदेश
उपायुक्त सह अध्यक्ष आपदा प्रबंधन प्राधिकार उमा शंकर सिंह ने पीएमसीएच के प्राचार्य, पीएमसीएच के अधीक्षक और सिविल सर्जन को सभी चिकित्सकों और पारा चिकित्सक कर्मियों को नियमित वेतन का भुगतान करने का आदेश दिया है. वेतन भुगतान से संबंधित शिकायत गंभीरता पूर्वक ली जाएगी. इस संबंध में उपायुक्त ने कहा कि कोविड-19 की ड्यूटी में प्रतिनियुक्त जिले के सभी चिकित्सक, पारा चिकित्सक, एएनएम, जीएनएम, स्टाफ नर्स, लैब टेक्नीशियन, वार्ड बॉय, सफाई कर्मी, एंबुलेंस ड्राइवर को बिना विलंब किए नियमित रूप से किए गए काम का वेतन दिया जाना है. वहीं, उपायुक्त ने पीएमसीएच के प्राचार्य, अधीक्षक और सिविल सर्जन को अपने अकाउंट ऑफिसर के साथ समन्वय स्थापित कर प्रत्येक माह का वेतन अगले महीने के प्रथम सप्ताह तक हर हाल में संबंधितों के बैंक अकाउंट में भेजना सुनिश्चित करने का आदेश दिया. उपायुक्त ने कहा कि वेतन भुगतान से संबंधित किसी भी प्रकार की शिकायत मिलने पर उसे अत्यंत गंभीरता से लिया जाएगा.
चिकित्सकों के लिए गेस्ट हाउस को अधिग्रहित
उपायुक्त उमा शंकर सिंह के आदेश पर कोविड-19 ड्यूटी में लगे चिकित्सकों और पारा चिकित्सकों के ठहरने के लिए पेयजल और स्वच्छता विभाग, जिला परिषद, रोड डिवीजन और सीएमपीएफ गेस्ट हाउस का अधिग्रहण किया गया है. इस संबंध में उपायुक्त ने कहा कि कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार के कारण जिले में अब तक छह कोविड अस्पताल की स्थापना की जा चुकी है. इसमें आवश्यकता अनुसार चिकित्सकों की प्रतिनियुक्ति भी की गई है. प्रतिनियुक्त चिकित्सकों के द्वारा उनके आवासन की व्यवस्था करने का अनुरोध जिला प्रशासन से किया गया था. उनके अनुरोध को ध्यान में रखते हुए उपरोक्त गेस्ट हाउस को अधिग्रहित किया गया है. इसके साथ ही सभी गेस्ट हाउस के संबंधित नोडल पदाधिकारी और केयर टेकर्स को गेस्ट हाउस के सभी कमरों की साफ-सफाई, पेयजल, बिजली, शौचालय और पंखे आदि बुनियादी सुविधाओं को सुनिश्चित करने का भी आदेश दिया. इसके साथ ही सभी गेस्ट हाउस के नोडल पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि बिना जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार की अनुमति के किसी भी प्रकार की बुकिंग न की जाए.