धनबाद: कोयलांचल धनबाद के आरसी हाजरा मेमोरियल अस्पताल में हुए अग्निकांड को लेकर मृतक डॉ विकास हाजरा के भाई डॉ. समीर हजारा के ऊपर कई सवाल खड़े हो रहे थे. हादसे के एक सप्ताह बाद डॉ समीर हाजरा मीडिया के सामने आए. डॉ समीर ने अपने ऊपर लगे आरोपों की चर्चा को खारिज करते हुए खुद को निर्दोष बताया है. साथ ही अस्पताल में मरीजों के इलाज की व्यवस्था फिर से शुरू करने की बात कही है.
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अस्पताल परिसर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर डॉ समीर हाजरा ने मीडिया को बताया कि हमारा संपत्ति को लेकर आपस में कोई विवाद नहीं रहा है. बेंगलुरु से लेकर धनबाद तक जो भी संपत्ति है. उसमें आधा-आधा बंटवारा है. ऐसे में संपत्ति को लेकर किसी प्रकार के कोई विवाद की बात सामने नहीं आ सकती. आरोप समाज के द्वारा लगाया जा रहा है जो कि बेबुनियाद हैं. अगर बच्चों के द्वारा कुछ आरोप लगाया जा रहा है, तो वे बच्चे हैं कुछ भी बोल सकते हैं, लेकिन ऐसी कोई बात नहीं है.
मृतक के भाई ने की सीबीआई जांच की मांग: डॉ समीर हाजरा ने सरकार से सीबीआई जांच की मांग है, ताकि सबको मालूम चले कि घटना कैसे हुई. डॉ समीर हाजरा ने यह भी कहा कि लगातार मरीजों का दबाव बढ़ रहा है. इसलिए अस्पताल को चालू किया जा रहा है, ताकि जिस तरह से डॉक्टर प्रेमा और डॉक्टर विकास ने मरीजों की सेवा की है. उसी तरह से सभी लोग मिलकर फिर से मरीजों की देखभाल और सेवा कर सके.
क्या है पूरा मामला: मालूम हो कि 28 जनवरी को आरसी हजरा मेमोरियल अस्पताल में आगलगी की घटना हुई थी, जिसमें डॉक्टर दंपती डॉ विकास हाजरा और प्रेमा हाजरा समेत 5 लोगों की मौत हो गई. घटना की सूचना पर बाहर पढ़ाई कर रहे डॉक्टर के बेटे और बेटी भी धनबाद पहुंचें. अंतिम संस्कार तक पुत्र-पुत्री धनबाद में थे. इस दौरान जगह-जगह दिवंगत डॉक्टर की याद में श्रद्धांजलि सभा का भी आयोजन किया गया था. श्राद्ध कर्म की पूरी रस्म निभाने के बाद उनके बच्चे पढ़ाई पूरी करने को लिए वापस अपने संस्थान चले गए. इसके बाद हाजरा अस्पताल को चालू करने और समाज में फैल रहे तरह-तरह के विचारों का खंडन करते हुए हाजरा अस्पताल प्रबंधन सामने आया.