धनबाद: वैश्विक महामारी कोरोना पर अंकुश के लिए जिला प्रशासन ने मास्क चेकिंग अभियान फिर शुरू कर दिया है. इस दौरान बिना मास्क पहने सार्वजनिक स्थान पर पकड़े गए लोगों को गोविंदपुर प्रखंड कार्यालय कैंपस के sensitisation camp dhanbad लाया जा रहा है और आरोपियों से बॉन्ड भरा कर 4 बजे के बाद छोड़ा जा रहा है. लेकिन जांच के अभाव में एक साथ इतने लोगों को इकट्ठा कर घर भेजने से संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है.
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इन दिनों धनबाद में कोविड-19 मरीज काफी संख्या में सामने आ रहे हैं. कई दिन से प्रतिदिन 100 के आसपास व्यक्ति जांच में संक्रमित पाए जा रहे हैं. ऐसे में कोरोना संक्रमण पर अंकुश के लिए धनबाद जिला प्रशासन ने मास्क चेकिंग अभियान की शुरुआत की है. पूर्व में इस कार्यक्रम के तहत विभिन्न जगहों से बिना मास्क पकड़े गए लोगों को बस के माध्यम से सेंसिटाइजेशन कैंप में ले जाकर लोगों की कोरोना जांच की जाती थी और जागरूक करने के बाद मजिस्ट्रेट की देखरेख में बांड भरवा कर छोड़ दिया जाता था, लेकिन अब यह अभियान मजाक बन गया है. अब पकड़े गए लोगों को गोविंदपुर अंचल कार्यालय के पीछे दिन भर रखा जाता है पर न तो वहां पानी की व्यवस्था होती है और न ही ऑडियो वीडियो प्रोजेक्टर के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाता है.
हालांकि सेंसिटाइजेशन कैंप पर मौजूद मजिस्ट्रेट का कहना है कि सभी को जागरूक किया जाता है और सभी के लिए पानी की भी व्यवस्था है. लेकिन वहां पहुंचे लोगों ने मीडिया को बताया कि यहां पर किसी प्रकार की कोई व्यवस्था नहीं है, कोरोना जांच भी नहीं की जाती है बस केवल रजिस्टर में एंट्री करा कर हिदायत देने के बाद छोड़ दिया जाता है. इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ. एस के कांत का कहना है मामला संज्ञान में आया है. कल से वहां पर कोरोना जांच कराई जाएगी एवं पहले जो व्यवस्था लागू थी वह व्यवस्था भी लागू की जाएगी.