धनबाद: अवैध महुआ शराब की बिक्री ने एक परिवार के लोगों का जीना मुहाल कर रखा है. अवैध महुआ शराब की बिक्री के कारण शराबियों का जमावड़ा लगा रहता है. परिवार के लोगों का कहना है कि हर दिन शराबियों के गाली गलौज से दो चार होना पड़ रहा है. परिवार के सदस्यों ने बताया कि मामले की शिकायत पुलिस से की गई है. कार्रवाई नहीं हुई है. मामला जोड़ापोखर थाना क्षेत्र के आजाद नगर का है.
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पुलिस कार्रवाई के बदले देती है धमकी: परिवार के लोगों का कहना है कि मामले की शिकायत पुलिस से की गई है. बताया कि पुलिस अवैध शराब की बिक्री करने वाले के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय उल्टे उन्हें ही जेल में डालने की धमकी दे रही है. ये भी आरोप लगाया कि पुलिस धमकी देकर उनसे रुपए भी ऐंठ ले रही है. परिवार के लोगों ने बताया कि पुलिस के द्वारा पैसे लेने का वीडियो सीसीटीवी में कैद हो गया है. यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हो रहा है. पुलिस की यह कार्यशाली लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है.
क्या है पूरा मामला: जिले के जोड़ापोखर थाना क्षेत्र के आजाद नगर के रहने वाले ओमप्रकाश तिवारी और रामचंद्र तिवारी का परिवार इन दिनों बेहद परेशान है. उन्होंने बताया कि घर के पीछे अवैध शराब की बिक्री की जाती है. जुआरियों और शराबियों का जमावड़ा लगा रहता है. आए दिन ऐसे लोगों से परिवार के सदस्यों को दो चार होना पड़ रहा है. ओमप्रकाश तिवारी ने बताया कि मामले की शिकायत पुलिस से की गई. बताया कि पुलिस वैसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय हमें ही डांट फटकार लगा रही है. पुलिस उल्टे जेल में डालने की धमकी देती है. उन्हें धमकी दे कर पैसे भी ऐंठ लिए.
पुलिस आती है तो खर्चा लगता है: पीड़ित ओमप्रकाश ने बताया कि लिखित शिकायत के बाद जोड़ापोखर थाना में तैनात सब इंस्पेक्टर हेमंत राम और सिपाही प्रमोद कुमार उनके घर पहुंचे. उनके द्वारा कहा गया कि शराब की बिक्री बंद करानी है तो जाकर सीएम हेमंत सोरेन से कहो. पूरे राज्य में शराब की बिक्री होती है. तुम्हें यहां रहना है तो रहो नहीं तो दूसरी जगह चले जाओ. उनके द्वारा मुझे जेल में डालने की धमकी दी गई. इसके बाद उन्होंने पैसे की डिमांड की और कहा कि पुलिस आती है तो खर्चा लगता है, वह देना पड़ेगा. ओमप्रकाश ने बताया कि पुलिस ने उनसे दो हजार रुपये लिए. परिवार के सदस्यों ने पूरे मामले को लेकर पुलिस के वरीय अधिकारियों से कार्रवाई की मांग की है.
बयान देने से किया इनकार: वहीं ईटीवी भारत ने जोड़ापोखर थाना प्रभारी विनोद उरांव को इससे मामले से अवगत कराया. विनोद उरांव ने ईटीवी भारत के पास मौजूद वीडियो को भी देखा. थाना प्रभारी ने मामले में कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि मैं बयान देने के लिए अधिकृत नहीं हूं. हालांकि उन्होंने कार्रवाई का भरोसा दिया है. इसके साथ ही पूरे मामले को लेकर डीएसपी अमर पांडेय से भी ईटीवी भारत ने उनके कार्यालय में मुलाकात की. डीएसपी ने मामले को लेकर सिंदरी एसडीपीओ अभिषेक कुमार से बयान लेने की बात कही. सिंदरी एसडीपीओ से फोन पर संपर्क करने पर उन्होंने बयान देने से साफ इनकार किया. उन्होंने कहा कि मैं इसके लिए अधिकृत नहीं हूं.
एसएसपी संजीव कुमार ने क्या कहा: एसएसपी संजीव कुमार से भी मामले को लेकर बात की गई. उन्होंने सिटी एसपी से बयान लेने की बात कही. वहीं सिटी एसपी अजीत कुमार के कार्यालय पहुंचने पर पूरे मामले की जानकारी ईटीवी भारत ने दी. ईटीवी भारत ने वो वीडियो दिखाया जिसमें सब इंस्पेक्टर और सिपाही पैसे ले रहे थे. इसके बाद सिटी एसपी ने कैमरे के सामने बयान देने से इनकार कर दिया. हालांकि उन्होंने फोन पर जोड़ापोखर थाना प्रभारी विनोद उरांव को मामले में कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.