धनबाद: सड़क किनारे लगी दुकानों को हटाने को लेकर निगम के अधिकारी दल-बल के साथ पहुंचे थे. दुकानदारों ने निगम की इस कार्रवाई का जमकर विरोध किया. विरोध करने वालों में अधिकतर महिलाएं शामिल थीं. महिलाओं के विरोध के कारण जेसीबी लेकर दुकानों को उजाड़ने पहुंचे निगम के अधिकारियों को बैरंग वापस लौटना पड़ा.
ये भी पढ़ें: एक्शन मोड में दिखा धनबाद नगर निगम, दुर्गा पूजा के दौरान ट्रैफिक व्यवस्था दुरूस्त करने की कवायद
सड़क को अतिक्रमण मुक्त कराने के उद्देश से निगम रोजाना अतिक्रमण अभियान चला रहा है. सड़कों से फुटपाथ दुकानदारों को हटाया जा रहा है. इसी के तहत अपनी पूरी टीम के साथ सहायक नगर आयुक्त संतोषी मुर्मू, फूड सेफ्टी इंस्पेक्टर अनिल कुमार ने कोर्ट मोड़ से डीआरएम चौक तक सड़कों से फुटपाथ दुकानदारों को हटाना शुरू किया था. इसके बाद देखते ही देखते दुकानदारों ने विरोध करना शुरू कर दिया. कुछ महिला दुकानदारों ने निगम के अधिकारियों का जमकर विरोध करना शुरू कर दिया. विरोध के बाद अधिकारी धीरे-धीरे बैरंग लौट गए.
महिला दुकानदारों ने क्या कहा: महिला दुकानदार ने बताया कि निगम उनके ऊपर अत्याचार कर रहा है. उन्होंने कहा कि अभी दुर्गा पूजा का समय है, ऐसे में कमाएंगे नहीं तो त्योहार कैसे मनाएंगे? दुर्गा पूजा के दस दिन बाद दीपावली और छठ है, ऐसे में निगम के अधिकारी हमलोग के साथ अत्याचार कर रहे है. दुकानदारों का कहना है कि निगम ने बैंक से लोन दिलवाया है. बैंक लोन देने के पहले दुकान के स्थान की फोटोग्राफी भी की थी. सरकारी योजना के तहत निगम, बैंक से लोन भी दिलवाता है और फिर दुकान हटाने आ जाता है. ऐसे में लोन की राशि कैसे चुकता करेंगे? लोन चुकता करने तक दुकान नहीं हटाने की अपील दुकानदारों ने की है.
सहायक नगर आयुक्त ने क्या कहा: निगम के सहायक नगर आयुक्त संतोषीनी मुर्मू ने बताया कि पूजा को देखते हुए सड़कों से अतिक्रमण हटाया जा रहा है. ताकि जाम की स्थिति ना हो. दूसरी ओर उन्होंने कहा कि इन दुकानदारों के लिए वेंडिग जोन बना हुआ है. दुकानदार जाना नहीं चाहते हैं. उन्हे वेडिंग जोन में शिफ्ट कराने की कवायद की जा रही है.