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डीसी रेल लाइन को आग से खतरा, डीजीएमएस महानिदेशक ने कहा- जरा सी चूक और हो सकता है बड़ा हादसा - accident on DC rail line

DC rail line of Dhanbad. धनबाद में डीसी रेल लाइन पर आग का खतरा बना हुआ है. बावजूद इसके अभी कई ट्रेनों का परिचालन हो रहा है. डीजीएमएस महानिदेशक ने कहा कि जरा सी चूक होने पर कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है.

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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Jan 7, 2024, 9:21 PM IST

खतरे को लेकर डीजीएमएस महानिदेशक का बयान

धनबाद : डीसी रेल लाइन पर आग का खतरा बताकर इस रूट पर कुल 26 जोड़ी ट्रेनें बंद कर दी गयीं थी. बाद में एलेप्पी, मौर्य, रांची इंटरसिटी समेत कुल छह जोड़ी ट्रेनों का परिचालन शुरू हुआ. 10 दिसंबर को धनबाद चंद्रपुरा पैसेंजर ट्रेन चलाने की घोषणा भी हुई. बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो ने इसकी घोषणा भी कर दी है. लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि जिस रेलवे लाइन पर छह जोड़ी ट्रेनों का परिचालन होता है, उस पर अभी भी खतरा बना हुआ है. ये हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि ये खान सुरक्षा महानिदेशालय यानी डीजीएमएस के महानिदेशक प्रभात कुमार कहते हैं.

मीडिया से बात करते हुए प्रभात कुमार ने कहा कि डीसी रेल लाइन के आसपास के इलाके का नियमित सर्वेक्षण किया जाता है. आग लगने वाले स्थान पर नजर रखी जा रही है. आग लगने पर डीसी रेल लाइन को खतरा है. जो ट्रेनें चलती हैं उनकी गति काफी धीमी होती है. सुरक्षा के साथ-साथ लोगों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए रेलवे ट्रेनों का परिचालन कर रहा है. किसी समय यह बंद था, लोगों की मांग पर इसे शुरू किया गया है. लेकिन डीसी रेल लाइन अब भी खतरे में है.

जरा सी चूक और हो सकता है बड़ी हादसा: प्रभात कुमार ने बताया कि डीसी रेलवे में आग लगने का खतरा है, जिसकी निगरानी डीजीएमएस खुद कर रहे हैं. साथ ही सिंफर और बीसीसीएल की ओर से भी आग पर नजर रखी जा रही है. इन तीनों की निगरानी में ही डीसी रेल पर ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है. अगर तीनों की रिपोर्ट में जरा सी भी चूक हुई तो हादसा हो सकता है. आपको बता दें कि डीजीएमएस ही कोयला खनन क्षेत्र में विकास या खनन से संबंधित मानक या मंजूरी देता है. डीजीएमएस के महानिदेशक के इस बयान से कि आग से खतरा है, यात्रियों की सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं.

यह भी पढ़ें: डीसी रेल लाइन पर असमंजस बरकरार, लोगों को बेसब्री से सवारी गाड़ी का इंतजार

यह भी पढ़ें: धनबाद-चंद्रपुरा रेल लाइन पर चार साल बाद फिर दौड़ेगी डीसी ट्रेन, 10 जनवरी से होगा परिचालन

यह भी पढ़ें: चुनावी समर में छाया डीसी रेल लाइन का मुद्दा, शांत पड़े कोयलांचल के स्वर हुए मुखर

खतरे को लेकर डीजीएमएस महानिदेशक का बयान

धनबाद : डीसी रेल लाइन पर आग का खतरा बताकर इस रूट पर कुल 26 जोड़ी ट्रेनें बंद कर दी गयीं थी. बाद में एलेप्पी, मौर्य, रांची इंटरसिटी समेत कुल छह जोड़ी ट्रेनों का परिचालन शुरू हुआ. 10 दिसंबर को धनबाद चंद्रपुरा पैसेंजर ट्रेन चलाने की घोषणा भी हुई. बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो ने इसकी घोषणा भी कर दी है. लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि जिस रेलवे लाइन पर छह जोड़ी ट्रेनों का परिचालन होता है, उस पर अभी भी खतरा बना हुआ है. ये हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि ये खान सुरक्षा महानिदेशालय यानी डीजीएमएस के महानिदेशक प्रभात कुमार कहते हैं.

मीडिया से बात करते हुए प्रभात कुमार ने कहा कि डीसी रेल लाइन के आसपास के इलाके का नियमित सर्वेक्षण किया जाता है. आग लगने वाले स्थान पर नजर रखी जा रही है. आग लगने पर डीसी रेल लाइन को खतरा है. जो ट्रेनें चलती हैं उनकी गति काफी धीमी होती है. सुरक्षा के साथ-साथ लोगों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए रेलवे ट्रेनों का परिचालन कर रहा है. किसी समय यह बंद था, लोगों की मांग पर इसे शुरू किया गया है. लेकिन डीसी रेल लाइन अब भी खतरे में है.

जरा सी चूक और हो सकता है बड़ी हादसा: प्रभात कुमार ने बताया कि डीसी रेलवे में आग लगने का खतरा है, जिसकी निगरानी डीजीएमएस खुद कर रहे हैं. साथ ही सिंफर और बीसीसीएल की ओर से भी आग पर नजर रखी जा रही है. इन तीनों की निगरानी में ही डीसी रेल पर ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है. अगर तीनों की रिपोर्ट में जरा सी भी चूक हुई तो हादसा हो सकता है. आपको बता दें कि डीजीएमएस ही कोयला खनन क्षेत्र में विकास या खनन से संबंधित मानक या मंजूरी देता है. डीजीएमएस के महानिदेशक के इस बयान से कि आग से खतरा है, यात्रियों की सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं.

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