धनबादः पिछले 351 दिनों से अनुकंपा बहाली की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरना पर बैठे झमाडा के आश्रितों ने मंगलवार को झमाडा के प्रभारी सह निगम नगर आयुक्त एमडी सत्येन्द्र कुमार का घेराव किया. आश्रितों के उग्र तेवर देखते हुए प्रभारी एमडी सत्येन्द्र कुमार ने निगम के मुख्य द्वार पर तालाबंदी करा दी. बाहर अनुकंपा बहाली की मांग को ले सैकड़ों आश्रित अपने बीवी-बच्चों के साथ नारेबाजी करते रहे. इधर धरने पर बैठे आश्रित मेहरबूल अंसारी ने कहा कि अविलंब हमारी मांगे पूरी नहीं हुई तो 28 फरवरी को आश्रितजन आत्मदाह करेंगे.
मीडिया को जानकारी देते हुए अजहर अंसारी ने बताया कि अनुकंपा बहाली की मांग को लेकर पिछले 22 फरवरी 2022 से अनिश्चितकालीन धरना पर हैं. इन 351 दिनों में हमने झमाडा एमडी, झमाडा एसडीओ, टीएम, उपायुक्त से लेकर नगर विकास विभाग तक का दरवाजा खटखटाया है. लेकिन अब तक विभाग के द्वारा अनुकंपा बहाली को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. अधिकारियों के द्वारा हमें छला जा रहा है.
उन्होंने बताया कि 351 दिनों से लगभग 50 से ऊपर परिवार नियोजन की मांग को लेकर धरना पर बैठे हैं. ऐसे में हमारे घर की माली स्थिति काफी दयनीय हो गई है. लेकिन अब तक बहाली की प्रक्रिया एक कदम भी आगे नहीं बढ़ी है. उन्होंने कहा कि अगर तत्काल प्रबंधन बहाली नहीं करती है तो आने वाले 28 फरवरी को झमाडा कार्यालय के प्रांगण में तमाम अधिकारियों के समक्ष आश्रित जन आत्मदाह करेंगे. इस दौरान आश्रितों को जो भी जानमाल का नुकसान होगा और उसके परिवार के भरण-पोषण का सारा दायित्व झमाडा प्रबंधन एवं राज्य सरकार का होगा.
बता दें कि झमाडा कार्यालय के बाहर झमाडा के मृत कर्मियों के आश्रित 351 दिनों से धरना दे रहे हैं. धनबाद विधायक राज सिन्हा ने भी इस मामले को सदन में उठाया था. मामले को लेकर निगम के नगर आयुक्त सह झमाडा प्रभारी सत्येन्द्र कुमार से भी मुलाकात की थी. लेकिन अब तक कोई भी सुगबुगाहट नहीं है.