धनबाद: लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा की शुरुआत आज ( 8 नवंबर) नहाय-खाय के साथ शुरू हो गई है. आज सुबह से ही दामोदर नदी के विभिन्न घाटों पर हजारों वर्तियों की भीड़ उमड़ी और नहाने के बाद घाट पर ही पूजा-अर्चना की.
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चार दिनों तक चलने वाले महापर्व छठ पूजा के पहले दिन झरिया के भौरा स्थित दामोदर नदी में स्नान कर छठ व्रतियों ने पूजा अर्चना की और छठी मइया से कोरोना मुक्त करने की प्रार्थना की. घाट पर पूजा अर्चना करने बाद छठ व्रति अपने घर जा कर अरवा चावल, चना दाल और कद्दू का प्रसाद बनाएगी और फिर उस प्रसाद को पूरे परिवार के साथ ग्रहण करेगी. इसके बाद मंगलवार को खरना पूजा किया जाएगा.
अस्ताचलगामी सूर्य को 10 नवंबर को दिया जाएगा अर्घ्य
10 नवंबर को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा. वहीं, 11 नवंबर को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के बाद छठ पर्व के समापन होगी. पर्व के समापन के बाद व्रति पारन करेंगे. बता दें कि छठ व्रति इस वर्ष काफी खुश दिखी. इसकी वजह है कि वर्ष 2020 में कोरोना महामारी के कारण व्रतियों को छठ मनाने के लिए घाटों पर जाने की अनुमती नही मिली थी. तब छठ व्रतियों को अपने घरों पर ही छठ पूजा मनानी पड़ी थी. व्रतियों ने बताया कि छठी मइया की महिमा अपरंपार है. छठ पूजा करने से घरों में सुख-शांति बनी रहती है.