धनबादः रंगदारी और माफिया के लिए बदनाम कोयलांचल में एक और काले कारोबार की धमक सुनाई देने लगी है. यहां जाली नोट के धंधेबाजों ने भी दस्तक दे दी है. इसका आभास तब होना शुरू हुआ, जब यहां के एक ग्रामीण के पास से कई नकली नोट मिले. फिलहाल उसे पुलिस को सौंप दिया गया है. पुलिस इस मामले में पूछताछ कर रही है.
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बता दें कि, निरसा में मंगलवार को मुगमा मोड़ पर सब्जी बाजार में एक शख्स ने 30 रुपये की सब्जी खरीदी और 200 रुपये का नोट दिया. सब्जी विक्रेता ने 30 रुपये काटकर बाकी बचे 170 रुपये खरीदार को दे दिए और वहां से चला गया. इधर, कुछ देर बाद सब्जी विक्रेता ने आरोपी के दिए 200 रुपये के नोट बाजार के किसी दूसरे व्यक्ति को देने की कोशिश की, तो उसने पहचान लिया और नोट लेने से मना कर दिया. तब सब्जी विक्रेता को ठगी और ग्रामीण के दिए 200 रुपये के नोट के जाली होने का पता चला. इस पर सब्जी विक्रेता के होश उड़ गए.
दोबारा जाली नोट खपाने आया था बाजार
इधर, सब्जी विक्रेता को नकली नोट दिए जाने का मामला दूसरे दुकानदारों को पता चला तो मुगमा मोड़ के सब दुकानदारों ने मिलकर आरोपी को पकड़ने की योजना बनाई. बुधवार को फिर से आरोपी मुगमा के सब्जी बाजार में गया जैसे ही भुक्तभोगी सब्जी विक्रेता की नजर आरोपी पर पड़ी तो पहले से सतर्क सब्जी विक्रेता ने आरोपी को पकड़ लिया और शोर मचाने लगा. पहले से ही तैयार दूसरे दुकानदार जल्दी ही इकट्ठा हो गए और आरोपी को पकड़कर निरसा पुलिस को सूचना दी. निरसा पुलिस ने मुगमा स्थित सब्जी बाजार पहुंचकर आरोपी को अपने हिरासत में ले लिया. इधर पुलिस ने उसकी तलाशी ली तो आरोपी की जेब से 100-200 के कुल मिलाकर 2000 रुपये के नकली नोट मिले.
जाली नोट कहां से आए पुलिस कर रही जांच
पुलिस ने रुपयों को जब्त कर लिया है. साथ ही आरोपी को जाली नोट के मामले में गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी ने अपनी पहचान निरसा थाना क्षेत्र के कंचनडीह का रहने वाला मो.अख्तर बताई है. पुलिस मामले की तहकीकात में जुटी है. आरोपी के पास जाली नोट कहां से आए और किसने दिया. इसको लेकर जांच की जा रही है.