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धनबादः निगम कर्मियों ने मशाल जुलूस निकाल दी चेतावनी, कहा- मांग पूरी नहीं हुई तो होगी आरपार की लड़ाई - झारखंड लोकल बॉडीज एंप्लाइज फेडरेशन

धनबाद में झारखंड लोकल बॉडीज एंप्लाइज फेडरेशन के बैनर तले नगर निगम के कर्मियों ने मशाल जुलूस निकालकर विभाग को चेतावनी दी. इस दौरान कर्मियों ने कहा कि स्थायीकरण समेत 14 सूत्री मांगों को अगर जल्द पूरा नहीं किया जाता है तो कड़ा आंदोलन का रुख अख्तियार करेंगे.

Corporation workers fired a  torch procession in Dhanbad
मशाल जुलूस
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Published : Jan 29, 2020, 8:47 AM IST

धनबाद: नगर निगम के कर्मियों ने झारखंड लोकल बॉडी एंप्लाइज फेडरेशन के बैनर तले मशाल जुलूस निकाला. मशाल जुलूस के माध्यम से स्थायीकरण समेत 14 सूत्री मांगों पर विभाग का ध्यान आकृष्ट कराया गया.

देखें पूरी खबर

वहीं, कर्मियों ने मांग पूरी नहीं होने पर आर-पार की लड़ाई की चेतावनी दी है. एसोसिएशन के नेता अंजनी सिंह ने बताया कि स्थायीकरण समेत 14 सूत्री मांग का ज्ञापन विभाग को सौपा गया है, लेकिन अब तक कोई भी सकारात्मक कार्रवाई विभाग की ओर से नहीं की गई है. स्थायीकरण सबसे प्रमुख मांग है. सरकार ने निगम से कर्मियों की सूची मांगी है, लेकिन निगम ने यह सूची सरकार को उपलब्ध नहीं कराई है.

ये भी देखें- सड़क दुर्घटना में सात साल की छात्रा की मौत, स्कूल से छुट्टी के बाद सड़क पार करने के दौरान हुआ हादसा

1अप्रैल 2019 से कर्मियों को सातवें वेतन का भुगतान किया जाना था, लेकिन यह भी अब तक नहीं हो सका है. अंजनी सिंह ने आरोप लगाया कि निगम के अधिकारी वसूली में लिप्त है. जिसका ऑडियो वायरल भी हुआ है. निगम में कार्यरत चालक और कर्मियों को अवैध रूप से महज इसलिए हटा दिया गया कि कमीशन नहीं दिया गया. साथ ही कहा कि निगम कार्यालय में बंदरबांट और लूट का साम्राज्य कायम है.

ये भी देखें- हेमंत कैबेनिट में बन्ना गुप्ता बने मंत्री, ली पद और गोपनीयता की शपथ

14 सूत्री मांग यदि पूरी नहीं होती है तो आंदोलन का कड़ा रुख अख्तियार करने की चेतावनी निगम के कर्मियों ने दी है. कर्मियों की इस चेतावनी का निगम के अधिकारियों पर कोई असर पड़ता है या फिर वाकई में इन्हें एक वृहद आंदोलन करना पड़ेगा, यह तो वक्त बताएग.

धनबाद: नगर निगम के कर्मियों ने झारखंड लोकल बॉडी एंप्लाइज फेडरेशन के बैनर तले मशाल जुलूस निकाला. मशाल जुलूस के माध्यम से स्थायीकरण समेत 14 सूत्री मांगों पर विभाग का ध्यान आकृष्ट कराया गया.

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वहीं, कर्मियों ने मांग पूरी नहीं होने पर आर-पार की लड़ाई की चेतावनी दी है. एसोसिएशन के नेता अंजनी सिंह ने बताया कि स्थायीकरण समेत 14 सूत्री मांग का ज्ञापन विभाग को सौपा गया है, लेकिन अब तक कोई भी सकारात्मक कार्रवाई विभाग की ओर से नहीं की गई है. स्थायीकरण सबसे प्रमुख मांग है. सरकार ने निगम से कर्मियों की सूची मांगी है, लेकिन निगम ने यह सूची सरकार को उपलब्ध नहीं कराई है.

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1अप्रैल 2019 से कर्मियों को सातवें वेतन का भुगतान किया जाना था, लेकिन यह भी अब तक नहीं हो सका है. अंजनी सिंह ने आरोप लगाया कि निगम के अधिकारी वसूली में लिप्त है. जिसका ऑडियो वायरल भी हुआ है. निगम में कार्यरत चालक और कर्मियों को अवैध रूप से महज इसलिए हटा दिया गया कि कमीशन नहीं दिया गया. साथ ही कहा कि निगम कार्यालय में बंदरबांट और लूट का साम्राज्य कायम है.

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14 सूत्री मांग यदि पूरी नहीं होती है तो आंदोलन का कड़ा रुख अख्तियार करने की चेतावनी निगम के कर्मियों ने दी है. कर्मियों की इस चेतावनी का निगम के अधिकारियों पर कोई असर पड़ता है या फिर वाकई में इन्हें एक वृहद आंदोलन करना पड़ेगा, यह तो वक्त बताएग.

Intro:धनबाद. झारखंड लोकल बॉडीज एंप्लाइज फेडरेशन के बैनर तले नगर निगम के कर्मियों ने मशाल जुलूस निकालकर विभाग को चेतावनी देते हुए कहा कि स्थायीकरण समेत 14 सूत्री मांगों को अगर जल्द पूरा नहीं किया जाता तो वह कड़ा आंदोलन का रुख अख्तियार करेंगे.साथ ही कहा कि निगम कार्यालय में बंदरबांट और लूट का साम्राज्य कायम है।


Body:नगर निगम के कर्मियों ने झारखंड लोकल बॉडी एंप्लाइज फेडरेशन के बैनर तले मशाल जुलूस निकाला मशाल जुलूस के माध्यम से स्थायीकरण समेत 14 सूत्री मांगों पर विभाग का ध्यान आकृष्ट कराया है मांगे पूरी नहीं होने पर आर-पार की लड़ाई की चेतावनी कर्मियों दें ती है एसोसिएशन के नेता अंजनी सिंह ने बताया कि स्थायीकरण समेत 14 सूत्री मांग विभाग को सौपा गया है.लेकिन अबतक कोई भी सकारात्मक कार्रवाई विभाग की ओर से नही की गई।स्थायीकरण सबसे प्रमुख मांग है।सरकार द्वारा निगम से कर्मियों की सूची मांगी गई है।लेकिन निगम ने यह सूची सरकार को उपलब्ध नही कराई है।1अप्रैल 2019 से कर्मियों को सातवें वेतन का भुगतान किया जाना था।लेकिन यह भी अबतक नही हो सका है।अंजनी सिंह ने आरोप लगाया कि निगम के अधिकारी वसुली में लिप्त है।जिसका औडियो वायरल भी हुआ है।निगम में कार्यरत चालक एवं कर्मियों को अवैध रूप से महज इसलिए हटा दिया गया कि कमीशन नही मिल दिया गया।14 सूत्री मांगे यदि पूरी नही होती तो आंदोलन का कड़ा रुख अख्तियार करने की चेतावनी निगम के कर्मियों ने दी है।


Conclusion:कर्मियों की इस चेतावनी का निगम के अधिकारियों पर कोई असर पड़ता है या फिर वाकई में इन्हें एक बृहद आंदोलन करनी पड़ेगी।
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