धनबाद: झरिया के धर्मशाला रोड में कोचिंग संचालकों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला दहन किया. कोचिंग सेंटर को सरकार की तरफ से अब तक शुरू करने की अनुमति नहीं दिए जाने से कोचिंग संचालक बेहद नाराज हैं. पुतला दहन में माध्यम से कोचिंग संचालकों ने सरकार का विरोध जताया है.
शिक्षक और शिक्षकेतर कर्मियों की आर्थिक स्थिति दयनीय
कोचिंग सेंटर संचालकों का कहना है कि कोरोना संक्रमण के कारण ऑनलाक 1 और ऑनलाक 2 में भी कोचिंग शिक्षण संस्थानों को शुरू करने की अनुमति सरकार ने नहीं दी है. लिहाजा कोचिंग सेंटर से जुड़े शिक्षक और शिक्षकेतर कर्मियों की आर्थिक स्थिति दयनीय हो गई है.
कोचिंग सेंटर चलाने की अनुमति दे सरकार
25 मार्च 2020 से ही करीब सभी कोचिंग सेंटर बंद पड़े हैं. इसके बावजूद किराए पर चल रहे कोचिंग सेंटर के संचालकों को नियमित रूप से मकान किराया, बिजली बिल और अन्य खर्चों का वाहन करना पड़ रहा है. कोचिंग सेंटर संचालकों की बदहाल स्थिति का अंदाजा लगा पाना मुश्किल है. कोचिंग सेंटर संचालकों ने अभिलंब कोचिंग सेंटर चलाने की अनुमति देने की मांग सरकार से की है.
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कोरोना संक्रमण से रोकथाम के लिए सरकार ने लॉकडाउन लगाया. इसके चलते बहुत से लोगों को अब परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इसी के चलते कोचिंग संचालकों ने सीएम से मांग की है कि ऑनलाक 2 में कोचिंग सेंटर को खोलने की अनुमती दी जाए, ताकी शिक्षक और शिक्षकेतर कर्मियों की आर्थिक स्थिति सही हो सके. बता दें झारखंड में गुरूवार को 109 कोरोना संक्रमित मरीज मिले. राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या 2,634 है. अबतक 15 मरीजों की मौत हुई है.