धनबादः जिले के गोविंदपुर स्थित झारखंड सशस्त्र पुलिस - 3 में आयोजित पारण परेड समारोह में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए. सीएम के साथ डीजीपी नीरज सिन्हा, सीएम सचिव विनय चौबे, डीसी संदीप सिंह, एसएसपी संजीव कुमार, जैप 3 कमांडेंट आलोक प्रियदर्शी सहित अन्य शामिल हुए. परेड में आईआरबी 9 के 552 प्रशिक्षु प्रशिक्षण पूरी होने पर मुख्यमंत्री को सलामी दी. मुख्यमंत्री को शॉल मोमेंटो देकर डीजीपी ने सम्मानित किया. डीजीपी ने मुख्यमंत्री द्वारा पुलिस विभाग के लिये कार्यो की सराहना की. वहीं मुख्यमंत्री ने आईआरबी 9 के प्रशिक्षण पूरी करने वाले जवानों का हौसला बढ़ाया. साथ ही महिला टीम तैयार होने पर महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने की बात कही.
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मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके पुलिस कर्मियों को कहा कि अब आपको कर्तव्य पथ पर चलना है. आप सभी सरकार के एक अभिन्न अंग हैं. आपको अपनी जिम्मेदारियों का अब निर्वहन करना है. यह ट्रेनिंग आत्मबल और अपनी जवाबदेही को बनाते हुए कर्तव्यों का निर्वहन कैसे करना है, इसके लिए है. कार्य के दौरान कई चुनौतियां आपके सामने होंगी, कितनी सरलता के साथ आप कार्य करते हैं यह आप पर निर्भर करता है. आपके सामने अजीबोगरीब समस्या आएगी, इसलिए यह ट्रेनिंग कार्य के दौरान चलती रहेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि 30 फीसदी महिला पुलिसकर्मी हैं, जो यह दर्शाता है कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में हम अपना काम कर रहे हैं.
डीजीपी नीरज सिन्हा ने कहा कि आज के पारण परेड में 370 पुरुष प्रशिक्षु और 182 महिला प्रशिक्षु शामिल हैं. कुल 552 प्रशिक्षु शामिल है. इसके अलावे पूर्व सीटीसी बोकारो और मुसाबनी में प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके पुलिस प्रशिक्षुओं की संख्या 1632 है, जबकि महिला पुलिस प्रशिक्षुओं की संख्या 813 है. कुल मिलाकर 2445 पुलिस प्रशिक्षु सक्रिय हैं. कुल मिलकर महिला की 30 फीसदी है, जो महिला सशक्तिकरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है. यह सरकार के अथक प्रयास का नतीजा है. मुख्यमंत्री ने दो सालों में तीन पारण परेड की गरिमा बढ़ाई है.
उन्होंने कहा कि पुलिस कर्मियों के प्रति सरकार काफी उदार है. सरकार के उदार रवैये के कारण पुलिसकर्मियों का मनोबल बढ़ा है. कठिन परिस्थितियों और अवकाश में कार्य करने को लेकर एक साल में 13 महीने का वेतन देने का निर्णय लिया है. पुलिस के सर्वोच्च बलिदान और शरीर की क्षति को देखते हुए पुरानी पेंशन स्कीम लागू की गई है. जिसका विशेष फायदा पुलिस कर्मियों को मिला है. सिफारिश लागू होने के बाद झारखंड जगुआर के पदाधिकारी और कर्मियों का प्रोत्साहन भत्ता स्थगित हो गया था, उन्हें 40 फीसदी प्रोत्साहन भत्ता का लाभ देने की प्रकिया चल रही है. प्रशिक्षण देने वालों का 15 फीसदी मूल वेतन के भत्ता देने की प्रकिया चल रही है. जल्द ही इस पर निर्णय होने की उम्मीद है