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धनबाद: निरसा गांजा तस्करी की CID जांच शुरू, थाना पहुंचकर फाइलों को खंगाला - धनबाद के बहुचर्चित गांजा बरामदगी कांड की सीआइडी जांच शुरू

धनबाद के बहुचर्चित गांजा बरामदगी कांड की सीआइडी जांच शुरू कर दी गई. वहीं, इस मामले में थाना पहुंचकर फाइलों को खंगाला गया, साथ ही पुलिस पदाधिकारी से पूछताछ की गई.

CID started investigation of nirsa ganja seizure case
गांजा तस्करी में CID ने शुरू की जांच
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Published : May 22, 2020, 12:25 PM IST

धनबाद: गांजा तस्करी मामले में ईसीएल कोलकर्मी को जेल भेजे जाने के मामले में सीआइडी ने शुरू की जांच. इसी क्रम में सीआइडी की टीम निरसा थाना पहुंची और यहां के पुलिस पदाधिकारी से लंबी पूछताछ की. साथ ही मामले से संबंधित फाइलों को भी खंगाला.

निरसा के देवियाना मोड़ स्थित घटना स्थल पहुंचकर जांच पड़ताल की. वहीं, गांजा तस्करी में जिस वाहन का इस्तेमाल किया गया था, उस वाहन का भी निरीक्षण किया गया. वाहन से उतरकर लोग जिस तरफ भागे थे, उधर भी जाकर जांच की गई. वहीं, कई बिंदुओं पर निरसा एसडीपीओ विजय कुमार से पूछताछ की गई. बता दें कि 25 अगस्त 2019 को निरसा पुलिस ने एक गाड़ी से 39 किलो गांजा बरामद किया था. इस मामले में ईसीएल कोलकर्मी चिरंजीत घोष को गिरफ्तार कर निरसा पुलिस ने जेल भेज दिया था.

ये भी पढ़ें- धनबादः BCCL में अम्फान का असर, 1.11 लाख टन कोयले का ई ऑक्शन प्रभावित

वहीं, 27 दिनों के बाद तथ्यों की भूल बताते हुए पुलिस ने न्यायालय को डायरी सौंपी थी. जिसके बाद चिरंजीत जेल से बाहर आए थे. इस पूरे प्रकरण में धनबाद के तत्कालीन एसएसपी किशोर कौशल, एसडीपीओ विजय कुमार कुशवाहा, निरसा के पूर्व थाना प्रभारी उमेश सिंह की भूमिका की जांच की जा रही है. डीआइजी प्रभात कुमार ने निरसा थाना प्रभारी को इस मामले में पहले ही सस्पेंड कर चुके हैं. इसके साथ ही प्रभात कुमार ने एसडीपीओ को शो कॉज नोटिस भी भेजा गया था.

धनबाद: गांजा तस्करी मामले में ईसीएल कोलकर्मी को जेल भेजे जाने के मामले में सीआइडी ने शुरू की जांच. इसी क्रम में सीआइडी की टीम निरसा थाना पहुंची और यहां के पुलिस पदाधिकारी से लंबी पूछताछ की. साथ ही मामले से संबंधित फाइलों को भी खंगाला.

निरसा के देवियाना मोड़ स्थित घटना स्थल पहुंचकर जांच पड़ताल की. वहीं, गांजा तस्करी में जिस वाहन का इस्तेमाल किया गया था, उस वाहन का भी निरीक्षण किया गया. वाहन से उतरकर लोग जिस तरफ भागे थे, उधर भी जाकर जांच की गई. वहीं, कई बिंदुओं पर निरसा एसडीपीओ विजय कुमार से पूछताछ की गई. बता दें कि 25 अगस्त 2019 को निरसा पुलिस ने एक गाड़ी से 39 किलो गांजा बरामद किया था. इस मामले में ईसीएल कोलकर्मी चिरंजीत घोष को गिरफ्तार कर निरसा पुलिस ने जेल भेज दिया था.

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वहीं, 27 दिनों के बाद तथ्यों की भूल बताते हुए पुलिस ने न्यायालय को डायरी सौंपी थी. जिसके बाद चिरंजीत जेल से बाहर आए थे. इस पूरे प्रकरण में धनबाद के तत्कालीन एसएसपी किशोर कौशल, एसडीपीओ विजय कुमार कुशवाहा, निरसा के पूर्व थाना प्रभारी उमेश सिंह की भूमिका की जांच की जा रही है. डीआइजी प्रभात कुमार ने निरसा थाना प्रभारी को इस मामले में पहले ही सस्पेंड कर चुके हैं. इसके साथ ही प्रभात कुमार ने एसडीपीओ को शो कॉज नोटिस भी भेजा गया था.

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