धनबाद: जिला का एक जवान त्रिपुरा में शहीद हो गया. गोविंदपुर थाना क्षेत्र में रहने वाले बीएसएफ जवान रवि शंकर साव की करंट लगने की मौत खबर से इलाके में मातम पसर गया. त्रिपुरा इलाके में बांग्लादेश बॉर्डर पर तैनात बीएसएफ जवान की ड्यूटी के दौरान मौत से पूरा परिवार सदमे में है. शहीद जवान के पिता रामदेव साव ने घटना की उचित जांच की मांग की है.
गोविंदपुर थाना के मास्टर कॉलोनी के रहने वाले शिक्षक रामदेव साव को रविवार की दोपहर फोन पर बेटे के करंट लगने की सूचना BSF 200 बटालियन के अफसरों ने दी. पिता ने बताया कि रवि शंकर को करंट लगने से उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है लेकिन वह रिकवर नहीं कर पा रहे हैं. जिसके बाद पिता ने फोन करने वाले उस अफसर से कई सवाल भी पूछे. लेकिन दूसरी तरफ सिर्फ इतनी ही जानकारी मिली. इसके बाद पुत्र की मौत की खबर से पिता रो-रोकर बुरा हाल है.
ईटीवी भारत से बात करते हुए रामदेव साव ने कहा कि उनके बेटे की पोस्टिंग 2012 में हुई थी. इससे पूर्व वह जम्मू-कश्मीर और पंजाब में भी अपनी ड्यूटी दे चुके हैं. अभी वर्तमान में वह बांग्लादेश बॉर्डर पर तैनात थे. करंट कैसे लगी किसी ने जानबूझकर लाइन दे दिया या क्या हुआ है, इस पूरे मामले की उचित जांच होनी चाहिए.
बीएसएफ जवान रवि शंकर की 2011 में शादी हुई थी और 6 साल की एक बेटी और 8 साल का एक बेटा भी है. पत्नी लगातार दौड़-दौड़कर उस रास्ते को निहार रही है जिस रास्ते से वह ड्यूटी के बाद आया करते थे. परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है. फिलहाल त्रिपुरा मेंह ही शव का पोस्टमार्टम किया जा चुका है और सोमवार की देर शाम तक बीएसएफ जवान का पार्थिव शरीर धनबाद के गोविंदपुर उनके पैतृक आवास में पहुंचने की संभावना है.