ETV Bharat / state

बिरहोर जनजाति के बच्चे PMCH में भर्ती, गांव में उल्टी-दस्त की दवाएं भी नहीं हैं उपलब्ध - झारखंड न्यूज

झारखंड सरकार आदिम जनजातियों के लिए कई योजनाएं लाती हैं. लेकिन यह उपाय सिर्फ कागज तक ही सिमट कर रह गई है. गांव के स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र में दवाइयां तक उपलब्ध नहीं है. ऐसे में सुदूर इलाकों से शहर आने तक बीमार बच्चों के साथ कोई अनहोनी हो सकती है.

बिरहोर जनजाति के बीमार बच्चे
author img

By

Published : Aug 3, 2019, 4:34 PM IST

धनबाद: झारखंड राज्य का जन्म आदिवासियों के हित की रक्षा के लिए हुआ है. इसके बावजूद भी आदिवासी समुदाय के लोगों की हालत अत्यंत ही दयनीय है. ऐसा ही एक नजारा धनबाद के तोपचांची प्रखंड के चलकरी गांव में देखने को मिला. जहां पर एक ही परिवार के 5 बच्चों की तबीयत अचानक खराब हो गई. गांव में मौजूद स्वास्थ्य केंद्र में दवाइयां नहीं मिली, जिसके बाद उन्हें तोपचांची स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया. वहां से पीएमसीएच धनबाद रेफर कर दिया गया.

देखें पूरी खबर

स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र में उल्टी-दस्त की भी नहीं है दवाईयां

आपको बता दें कि तोपचांची प्रखंड के चलकरी गांव में काफी संख्या में बिरहोर जाति के लोग रहते है. वहां के लोग चापानल का पानी पीते है, इसके बाद भी जितने भी बच्चे की तबीयत खराब हुई है, उनमें से एक को छोड़कर सभी दूध पीने वाले बच्चे हैं. पीएमसीएच अधीक्षक ने बताया कि सभी को उल्टी और दस्त की शिकायत हुई थी. ऐसे में पानी और खाना के कारण ही ऐसा हुआ है. हालांकि उन्होंने बताया कि सभी बच्चे अब स्वस्थ है. इन सब के बीच राहत वाली बात यह है कि इनकी विशेष निगरानी रखी जा रही है. दवायां नहीं होने पर भी उनके लिए बाहर से दवाइयां मंगा कर दी जा रही है.

ये भी पढ़ें- शादी के मंडप में ही मां और बेटे की हत्या, आरोपी ने कहा- बहुत परेशान करते थे दोनों

बताया जा रहा है कि तबीयत खराब होने पर सभी चलकरी के स्वास्थ्य केंद्र में गए थे. लेकिन वहां के डॉक्टरों ने दवाइयां नहीं होने का कारण इन्हें तोपचांची स्वास्थ्य केंद्र भेज दिया. वहां भी इनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए इन्हें पीएमसीएच धनबाद रेफर कर दिया गया. परिजन अपने बच्चों को लेकर दौड़ते भागते नजर आए.

हालांकि पीएमसीएच पहुंचने के बाद पीएमसीएच अधीक्षक ने खुद रात के 11 बजे के करीब इन बच्चों का हाल-चाल जाना और इनके लिए विशेष उपाय किए. अब बच्चों की स्थिति ठीक है. इलाज के बाद उन्हें कल पीएमसीएच से घर भेज दिया जाएगा.

धनबाद: झारखंड राज्य का जन्म आदिवासियों के हित की रक्षा के लिए हुआ है. इसके बावजूद भी आदिवासी समुदाय के लोगों की हालत अत्यंत ही दयनीय है. ऐसा ही एक नजारा धनबाद के तोपचांची प्रखंड के चलकरी गांव में देखने को मिला. जहां पर एक ही परिवार के 5 बच्चों की तबीयत अचानक खराब हो गई. गांव में मौजूद स्वास्थ्य केंद्र में दवाइयां नहीं मिली, जिसके बाद उन्हें तोपचांची स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया. वहां से पीएमसीएच धनबाद रेफर कर दिया गया.

देखें पूरी खबर

स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र में उल्टी-दस्त की भी नहीं है दवाईयां

आपको बता दें कि तोपचांची प्रखंड के चलकरी गांव में काफी संख्या में बिरहोर जाति के लोग रहते है. वहां के लोग चापानल का पानी पीते है, इसके बाद भी जितने भी बच्चे की तबीयत खराब हुई है, उनमें से एक को छोड़कर सभी दूध पीने वाले बच्चे हैं. पीएमसीएच अधीक्षक ने बताया कि सभी को उल्टी और दस्त की शिकायत हुई थी. ऐसे में पानी और खाना के कारण ही ऐसा हुआ है. हालांकि उन्होंने बताया कि सभी बच्चे अब स्वस्थ है. इन सब के बीच राहत वाली बात यह है कि इनकी विशेष निगरानी रखी जा रही है. दवायां नहीं होने पर भी उनके लिए बाहर से दवाइयां मंगा कर दी जा रही है.

ये भी पढ़ें- शादी के मंडप में ही मां और बेटे की हत्या, आरोपी ने कहा- बहुत परेशान करते थे दोनों

बताया जा रहा है कि तबीयत खराब होने पर सभी चलकरी के स्वास्थ्य केंद्र में गए थे. लेकिन वहां के डॉक्टरों ने दवाइयां नहीं होने का कारण इन्हें तोपचांची स्वास्थ्य केंद्र भेज दिया. वहां भी इनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए इन्हें पीएमसीएच धनबाद रेफर कर दिया गया. परिजन अपने बच्चों को लेकर दौड़ते भागते नजर आए.

हालांकि पीएमसीएच पहुंचने के बाद पीएमसीएच अधीक्षक ने खुद रात के 11 बजे के करीब इन बच्चों का हाल-चाल जाना और इनके लिए विशेष उपाय किए. अब बच्चों की स्थिति ठीक है. इलाज के बाद उन्हें कल पीएमसीएच से घर भेज दिया जाएगा.

Intro:धनबाद: झारखंड राज्य का जन्म आदिवासियों के हित की रक्षा के लिए ही हुआ है.लेकिन उसके बावजूद भी आदिवासी समुदाय के लोगों की हालत अत्यंत ही दयनीय है. ऐसा ही एक नजारा धनबाद जिले के तोपचांची प्रखंड के चलकरी गांव में देखने को मिला. जहां पर एक ही परिवार के 5 बच्चे की तबीयत खराब हो गई.गांव में मौजूद स्वास्थ्य केंद्र में दवाइयां नहीं मिली, उसके बाद उन्हें तोपचांची स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया वहां से पीएमसीएच धनबाद रेफर कर दिया गया.


Body:आपको बता दें कि तोपचांची प्रखंड के चलकरी गांव में काफी संख्या में बिरहोर जाति के लोग रहते हैं. वहां के लोग चांपानल का ही पानी पीते हैं लेकिन जितने भी बच्चे की तबीयत खराब हुई है उनमें से एक को छोड़कर सभी दूध पीने वाले बच्चे हैं. पीएमसीएच अधीक्षक ने बताया कि सभी को उल्टी और दस्त की शिकायत हुई थी ऐसे में पानी और खाना के कारण ही ऐसा हुआ है यह संभव है, हालांकि उन्होंने बतलाया सभी बच्चे अब स्वस्थ हैं चिंता की कोई बात नहीं है उनके लिए विशेष निगरानी रखी जा रही है दवाई नहीं होने पर भी उनके लिए बाहर से दवाइयां मंगा कर दी जा रही है.

आपको बता दें कि इनकी तबीयत खराब होने पर चलकरी में ही स्वास्थ्य केंद्र में यह सभी लोग गए हैं लेकिन वहां के डॉक्टर ने दवाइयां नहीं होने का कारण बताकर कर इन्हें तोपचांची स्वास्थ्य केंद्र भेज दिया.वहां भी इनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए इन्हें पीएमसीएच धनबाद रेफर कर दिया गया परिजन अपने बच्चों को लेकर दौड़ते भागते नजर आए. हां की देर रात पीएमसीएच पहुंचने के बाद पीएमसीएच अधीक्षक ने खूब रात के 11:00 बजे के करीब इन बच्चों का हाल-चाल जाकर जाना और उनके लिए विशेष उपाय किए.अब बच्चों की स्थिति ठीक है और आज इलाज के बाद उन्हें कल पीएमसीएच से घर भेज दिया जाएगा.


Conclusion:ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि सरकार के द्वारा इन आदिम जनजातियों के लिए कई तरह के उपाय किए गए हैं तो क्या यह उपाय सिर्फ कागज तक ही सिमट कर रह गए हैं क्योंकि चलकरी स्वास्थ्य केंद्र में दवाइयां नहीं होना अपने आप में एक गंभीर सवाल है. और इनके पास इतने पैसे नहीं होते हैं कि वह तोपचांची जैसे सुदूर इलाकों से पीएमसीएच तक अपने बच्चों को ला सके ऐसे में कई बार अनहोनी की आशंका बनी रहती है।

बाइट
1.चमेली बिरहोरनी
2.दशमी बिरहोरनी
3.चौधरी बिरहोर
4. एचके सिंह -अधीक्षक पीएमसीएच धनबाद
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.