धनबादः धनबाद के अभया अपार्टमेंट में डकैती का बिहार कनेक्शन सामने आ रहा है. इसमें जज सांसद डीटीओ जैसे हाई प्रोफाइल लोगों के घरों में डकैती करने वाले गिरोह का हाथ सामने आया है. इसकी पूछताछ के लिए बिहार के सरगना मास्टर को पुलिस ने रिमांड पर लिया है. कोर्ट ने पुलिस को उससे पूछताछ के लिए सात दिनों का समय दिया है. प्रारंभिक पूछताछ में उसने अभया अपार्टमेंट में हुई डकैती में संलिप्तता स्वीकार कर ली है.
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सदर थाना क्षेत्र के हीरापुर दुर्गामंदिर के पास अभया अपार्टमेंट में 3 सितंबर 2021 की देर रात हुई डकैती की खुलासे के लिए पुलिस ने कवायद तेज कर दी है. वारदात में डकैतों ने अपार्टमेंट के गार्ड और मालिक को बंधक बनाकर लगभग 50 लाख की संपत्ति लूट ली थी. पुलिस इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर पहले ही जेल भेज चुकी है. अब इस कड़ी में पुलिस ने बिहार के नालंदा जेल में बंद डकैती कांड के मास्टरमाइंड योगेंद्र महतो उर्फ अजय चौहान उर्फ मास्टर को रिमांड पर लिया है.
इनको पुलिस कर चुकी है गिरफ्तारः हीरापुर दुर्गामंदिर के पास डकैती मामले में पूर्व में पुलिस ने माेबाइल लाेकेशन के आधार पर देवरिया से मुन्ना यादव काे गिरफ्तार किया था. उसके पास से इस केस में लूटे गए माेबाइल, घड़ी बरामद किए गए थे. बाद में इसके बयान पर पुलिस ने बाेकाराे से रामजी साव काे गिरफ्तार किया था. इन आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि मास्टर ने डकैती के लिए सभी काे बुलाया था. घटना के बाद हैदराबाद-रक्साैल ट्रेन से भाग निकले थे और कुल्टी में ट्रेन धीमी हाेने पर उतर गए. साथ में दाेनो बाेकाराे चले गए. घटना काे अंजाम देने के बाद वापस गैंग के लाेगाें से मिला और गैंग के लाेगाें से कहा कि लूट का माल 9 लाख रुपये में बिका है. इस केस में मुन्ना और रामजी काे 50-50 हजार रुपये मिले थे.
अब मास्टर को रिमांड पर लेने के बाद धनबाद पुलिस उससे पूछताछ कर रही है. पुलिस ने आरोपी से पूछा है कि उसने गहने कहां बेचे हैं. पुलिस इससे मनोरम नगर में जैन बंधु और कंबाइंड बिल्डिंग में हिमाचल प्रदेश के आईपीएस अधिकारी अतुल वर्मा के आवास पर हुई डकैती के बारे में भी पूछताछ कर रही है. बता दें कि अंतरराज्यीय गैंग का सरगना योगेंद्र महतो उर्फ मास्टर को 16 जुलाई 2021 की रात हरनौत में बाइक शोरूम के मालिक के घर हुई डकैती मामले में बिहार पुलिस ने पकड़ा था.
मास्टर 2004 में धनबाद में जिला परिषद कॉलोनी में प्रभाषचंद्र मंडल, 2003 में डीजीएमएस कॉलोनी में सुधीर कुमार और 2006 में हाउसिंग कॉलोनी में विशाल दीक्षित के घर भी डकैती कांडों में जेल जा चुका है. उसके खिलाफ धनबाद के अलावा रांची, पटना, गोपालगंज, गया, कहलगांव, सिवान, सारण और हरनौत थाना में डकैती के मामले दर्ज हैं. वर्ष 2012 में मास्टर को धनबाद कोर्ट से जमानत मिली थी. पुलिस के मुताबिक, इसके बाद उसने डकैतों का संगठित गिरोह बनाया. 2012 में ही उसने अपने गिरोह के सदस्यों के साथ रांची बरियातू थाना क्षेत्र में सीबीआई के एक जज और रांची के डीटीओ के घर में डकैती की थी. वह बिहार के गोपालगंज के एक सांसद के घर भी डाका डाल चुका है.
तीन सितंबर की रात छह-सात नकाबपोश डकैतों ने धनबाद में अभया अपार्टमेंट के प्रथम तल पर रहने वाले सागर सेन और रिटायर स्टेशन मास्टर वीरेंद्र कुमार की पत्नी सुनीता देवी को बंधक बना कर 51 हजार रुपये नगद और करीब 50 लाख रुपये के गहने लूट लिए थे.